उदयपुर। उदयपुर में मंगलवार को 2 मुस्लिम युवकों द्वारा एक दर्जी कन्हैया लाल की उसकी दुकान में नृशंस हत्या के बाद शहर के 7 थाना क्षेत्रों में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को जारी रहा। पुलिस ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम राजकीय जिला अस्पताल के शवगृह में किया जा रहा है। उदयपुर में पुलिस की व्यापक तैनाती की गई है। स्थिति को देखते हुए राज्य के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है।
वहीं प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करतेकहा कि पुलिस अधीक्षक को घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए था और इसमें उनको स्वयं को शामिल होना चाहिए था और केवल किसी पुलिसकर्मी को निलंबित कर पुलिस इस समस्या का समाधान नहीं कर सकेगी।
उदयपुर में बातचीत में उन्होंने कहा कि कन्हैया लाल के पुलिस से बार-बार सुरक्षा की मांग करने के बावजूद उसे सुरक्षा नहीं दी गई और इसमें पुलिस के बड़े अफसर से लेकर के सब जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो इसमें पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदार बनाएं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से बुधवार को जयपुर पहुंच गए। वे यहां कानून-व्यवस्था को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए जोधपुर गए थे और उनका गुरुवार को वापस जयपुर आने का कार्यक्रम प्रस्तावित था।(भाषा)