पटना। राष्ट्रीय जनता दल के एक कार्यकर्ता पर रविवार की रात हुए जानलेवा हमले और उनके परिवार के तीन लोगों की हत्या के खिलाफ गोपालगंज जिले की ओर कूच करने के लिए शुक्रवार को 10, सर्कुलर रोड पर जमा हुए पार्टी विधायकों और पुलिस के बीच तीखी नोंक-झोंक हो गई। इस हत्याकांड में सत्तारूढ़ जद(यू) के कुचाईकोट से विधायक अमरेन्द्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय कथित रूप से संलिप्त है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी विधायकों को प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व अपनी मां राबड़ी देवी के आवास पर बुलाया था, यह नोंक-झोंक वहीं हुई है। तेजस्वी यादव ने धमकी दी थी कि अगर पांडेय को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह अपने समर्थकों के साथ मिलकर गोपालगंज के लिए कूच करेंगे। तेजस्वी के भाई तेज प्रताप भी इस प्रदर्शन में शामिल थे।
राबड़ी देवी का आवास राजभवन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास ‘1 अणे मार्ग’ के पास स्थित है। उनके आवास पर तैनात पुलिस ने वहां जमा हुए राजद विधायकों से अनुरोध किया कि वे तितर-बितर हो जाएं और कोविड-19 के मद्देनजर दो गज की दूरी बनाए रखने के नियमों का पालन करें।
तेजस्वी यादव इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। राजद कार्यकर्ता जे.पी. यादव के आवास पर रविवार की रात हुए हमले के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में पांडेय का नाम भी हैं। हमले में यादव को गंभीर चोटें आई हैं जबकि उनके माता-पिता और भाई की हत्या कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अभी विधायक को खोज रही है। पांडेय की और हमले में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में नामजद जद(यू) नेता का भाई और भतीजा गिरफ्तार कर लिया गया है। (भाषा)