अजमेर। राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन समिति के अध्यक्ष एवं दिवंगत कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने सोमवार को पुष्कर में अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के पूर्व मेला मैदान पर आयोजित सभा में हंगामे, जूता फेंकने की घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे हम लज्जित महसूस कर रहे हैं।
अजमेर में आज मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में विजय बैंसला ने तहेदिल से अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में भाग लेने वाले राजनेताओं, कर्नल साहब के शुभचिंतकों, समाज बंधुओं, जिला एवं पुलिस प्रशासन अधिकारियों, पत्रकार वर्ग का आभार प्रकट करते हुए कहा कि कर्नल साहब विशाल हृदय के रहे। यही कारण रहा कि उनका अस्थि विसर्जन रथयात्रा से लेकर विसर्जन तक का सफर बहुत ही अच्छा रहा।
उन्होंने कहा कि पुष्कर मेला मैदान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़, खेल मंत्री अशोक चांदना, मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत की उपस्थिति के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा नारेबाजी एवं जूते फेंकने की घटना ने पूरे गुर्जर समाज को आहत किया है जिससे पूरा समाज लज्जित है। हम प्रशासन एवं पुलिस से मांग करते हैं कि वे हंगामा करने वालों को चिन्हित कर उन्हें दंडित करें।
बैंसला ने स्पष्ट किया कि हमने कर्नल बैंसला के प्रति श्रद्धा रखने वाले सभी लोगों को आमंत्रित किया। इसमें आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक स्तर पर कोई भेदभाव नहीं किया गया। न ही हमारा कोई पॉलिटिकल एजेंडा था। उन्होंने जूते फेंकने की घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि फेंका गया जूता उनके पास मौजूद हैं लेकिन दुख यह है कि जूता उस ओर फेंका गया, जहां आरक्षण आंदोलन में शहीदों के परिजन मौजूद रहे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सचिन पायलट मेरे छोटे भाई हैं और उन्हें 1 माह पहले बारह अगस्त को अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में आने का न्योता दिया गया। पत्रकारों के कुरेदने वाले सवालों को नकारते हुए उन्होंने कहा कि यहां पार्टियों की राजनीति कम और जातियों की राजनीति ज्यादा की जा रही है। मैं इतना ही कहूंगा कि कोई हमारा समाज बंधु कोई निकला तो उसे समाज दंडित करेगा।
पत्रकार वार्ता में सेवानिवृत्त न्यायाधीश किशन गुर्जर, पार्षद एवं कांग्रेसी नौरत गुर्जर एवं ललित खटाणा मौजूद रहे। इन लोगों ने संयुक्त रूप से कहा कि हंगामा करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जाएगी।(वार्ता)