भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित 12 जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया और अगले 15 दिनों के लिए पीड़ितों के लिए (खाद्य) राहत की घोषणा की। हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद पटनायक ने ट्वीट किया कि बाढ़ ने कृषि, सड़कों, मकानों एवं अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाया है।
पटनायक ने केंद्रपाड़ा जिले में लुना, चित्राटोला एवं पैका नदियों के बीच महानदी घाटी क्षेत्र, जगतिसिंहपुर जिले में कुजंग एवं नौगांव, तथा पुरी में गोप, निमपारा, अष्टरंग, डेलांग, पिपली और कनास क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
उन्होंने बाढ़ की सबसे अधिक मार सहने वाले खुर्दा, पुरी, कटक, केंद्रपाड़ा एवं जगतिसिंहपुर जिलों के प्रभावित लोगों के लिए वास्ते 15 दिनों के लिए (खाद्य) राहत की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संबलपुर, बारगढ़, सोनेपुर, बौध और आंगुल जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के वास्ते भी सात दिनों के लिए (खाद्य) राहत की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन एवं कच्ची खाद्य सामग्री, मोमबत्तियां, पेयजल के पाउच, दवाइयां, शिशु आहार एवं अन्य जरूरी चीजें देगी। महानदी घाटी क्षेत्र में घनी आबादी वाले इलाके जलमग्न हो जाने पर चिंता प्रकट करते हुए पटनायक ने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने, प्रभावित क्षेत्र के लोगों को पका खाना देने तथा स्वास्थ्य सेवाएं एवं पेयजल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने संबंधित विभाग को क्षेत्र के मवेशियों की खातिर चारा एवं उपचार उपलब्ध करने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को गांवों से पानी घटने के सात दिनों के अंदर नुकसान का आकलन करने तथा प्रभावित लोगों को 15 दिनों के अंदर जरूरी सहायता प्रदान करने का भी निर्देश दिया।
हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद पटनायक ने ट्वीट किया कि बाढ़ ने कृषि, सड़कों, मकानों एवं अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाया है। पिछले सप्ताह भारी बारिश होने के बाद महानदी के उफान पर आने पर 12 जिलों में करीब पांच लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। कटक और बालेश्वर से दो नाबालिगों के लापता होने की भी खबर है।
बाढ़ प्रभावित जिले आंगुल, बारगढ़, बौद्ध, कटक, जगतिसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपारा, खुर्दा, नयागढ़, पुरी ,संबलपुर और सुबर्णपुर हैं। बाढ़ के मद्देनजर ओडिशा लोकसेवा आयोग ने गुरुवार को सहायक खंड अधिकारियों की भर्ती संबंधी परीक्षा स्थगित कर दी।
ओडिशा में गुरुवार को कम दबाव का एक क्षेत्र बनने से अगले दो दिनों में मूसलधार बारिश होने के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के साथ ही मूसलधार बारिश होने का अनुमान है।
एक बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार की सुबह उत्तरी खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के मजबूत होने और इसके गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है।(भाषा)
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