देहरादून। उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने बुधवार को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित चारधाम सहित प्रदेश के 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के संचालन के लिए चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन को अपनी मंजूरी दे दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के अतिरिक्त उत्तराखंड में मौजूद 47 अन्य मंदिर भी बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आएंगे।
बोर्ड के गठन के प्रावधान वाले उत्तराखंड चारधाम श्राइन बोर्ड प्रबंधन अधिनियम, 2019 को मंजूरी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में दी गई।
वैष्णोदेवी और तिरुपति बालाजी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर गठित किए जाने वाले चारधाम बोर्ड को अनिवार्य रूप से वर्ष में कम से कम एक बार बैठक करनी होगी। बोर्ड का कार्य मंदिरों की मरम्मत और तीर्थ पुरोहितों के हकों को संरक्षित रखते हुए उसके संचालन के लिए जरूरी कदम उठाएगा।