भोपाल। मध्यप्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के असर से 12 एवं 13 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं और कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होते ही 14-15 दिसंबर से पारा तेजी से लुढ़कना शुरू हो जाएगा और कहीं-कहीं शीतलहर भी चल सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक उदय सरवटे ने आज बताया कि पश्चिमी विक्षोभ बुधवार को हिमालय के पश्चिमी क्षेत्र के मैदानी इलाकों को प्रभावित करेगा तथा 12 एवं 13 दिसंबर को मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल, सागर एवं भोपाल संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है।
इस दौरान कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है, खासकर ग्वालियर एवं चंबल संभाग में। राजधानी भोपाल में भी हल्की वर्षा या बूंदाबांदी होने की संभावना है। इस दौरान राजस्थान की ऊपरी हवाओं में बने इंडस साइक्लोनिक सर्कुलेशन से तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होते ही 14-15 दिसंबर से पारा तेजी से लुढ़कना शुरू हो जाएगा और कहीं-कहीं शीतलहर भी चल सकती है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा के अनुसार, प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान आज पर्वतीय स्थल पचमढ़ी में 8.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। इसी के साथ बैतूल में 8.4 ग्वालियर एवं उमरिया में 9.4 रीवा एवं सीधी में 10 खजुराहो में 10.2 नौगांव में 10.5 एवं टीकमगढ़ में 10.8 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
भोपाल में अधिकतम तापमान कल की तुलना में 0.5 डिग्री गिरकर आज 26.5 डिग्री सेल्सियस अंकित हुआ, जो सामान्य है, जबकि न्यूनतम कल की अपेक्षा 1.4 डिग्री की गिरावट के साथ 13.2 डिग्री दर्ज हुआ। यह सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा है। अगले 24 घंटों के दौरान ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा, सतना एवं शाजापुर जिलों में कहीं-कहीं कोहरा छाया रह सकता है।