नोएडा। ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में दो इमारतों के ढहने के बाद राहत और बचाव कार्य अभी ती जारी है। गुरुवार को यहां मलबे से एक और शव बरामद हुआ है। इसके साथ अब यहां मृतकों की संख्या 9 हो गई है। पुलिस ने इस सिलसिले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 24 अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।
बचाव टीम ने मलबे में दबी एक महिला समेत 9 लोगों के शवों को बाहर निकाला है। बचाव व राहत कार्य अभी भी जारी है। आशंका है कि अभी भी इमारत के मलबे में दर्जन भर लोग और दबे हैं।
इस बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दु:ख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्माणाधीन भवन के निर्माण के दौरान लापरवाही बरतने के कारण ग्रेटर नोएडा के सहायक प्रबंधक परियोजना अख्तर अब्बास जैदी और प्रबंध परियोजना वीपी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) विभा चहल को भी पद से हटा दिया गया है।
योगी ने इस मामले की जांच मंडलायुक्त मेरठ द्वारा किए जाने के निर्देश दिए है। इसके अलावा अवैध निर्माण करवाने वालों के खिलाफ एफआईआर कराकर दोषी लोगों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है।
इससे पूर्व मिली खबरों के अनुसार, दमकल अधिकारी ने बताया कि पांच शवों में से तीन की शिनाख्त हो पाई है।
महिला का नाम प्रियंका है जबकि देर रात मिले दो शवों की पहचान रंजीत तथा शमशाद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि प्रियंका के परिवार के तीन लोग अभी मलबे में फंसे हैं, जिसकी पुष्टि उनके परिजनों ने की है। गाजियाबाद से आईं एनडीआरएफ की टीमें रात से ही बचाव कार्य में लगी है।
एनडीआरएफ, जिला पुलिस तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बचाव अभियान आज पूरा होने की उम्मीद है। (भाषा)