नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र की राजनीति में मास्टर स्ट्रोक मारते हुए शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद महाराष्ट्र के इस पूरे राजनीतिक ड्रामे के सूत्रधार रहे देवेन्द्र फडणवीस ने ही एकनाथ के नाम की घोषणा की। शिंदे आज शाम 7 बजे शपथ लेंगे।
फडणवीस ने कहा कि मैं मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं रहूंगा। पूर्ववर्ती उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार दो मंत्री- नवाब मलिक और अनिल देशमुख जेल गए। बाला साहेब ठाकरे ने हमेशा से ही दाऊद का विरोध किया, लेकिन उद्धव ने दाऊद के मित्रों को मंत्री पद से नवाजा।
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद लोग भाजपा और शिवसेना की सरकार चाहते थे, लेकिन उद्धव ने दोस्त बदल लिए। जनादेश विकास अघाड़ी को नहीं मिला था। शिंदे और उनके साथी कांग्रेस और एनसीपी के साथ रहने को तैयार नहीं थे।
क्या कहा शिंदे ने : दूसरी ओर, एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम बाला साहेब के हिन्दुत्व को आगे ले जाएंगे एवं विकास के लिए भाजपा का साथ देंगे। उन्होंने कहा कि फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का शुक्रिया भी अदा किया।
क्यों है मास्टर स्ट्रोक : दरअसल, मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे का नाम आगे करने को भाजपा का मास्टर स्ट्रोक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि ऐसा करके भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। इससे उद्धव ठाकरे की शिवसेना का वर्चस्व तोड़ने में मदद मिलेगी, वहीं राज्य के सबसे ताकतवर मराठा समुदाय को साधने में भी मदद मिलेगी।