लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में थाना गोंडा पहुंचे भाजपा विधायक ने पुलिस के द्वारा अभद्रता मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में जमकर हंगामा किया।थाने में हो रहे हंगामे की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस के आला अधिकारी थाना गोंडा पहुंच गए। सुरक्षा की दृष्टि से थाने के बाहर भारी पुलिस फोर्स के साथ पीएसी तैनात कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए डीजीपी यूपी से तत्काल प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
क्या है मामला : इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नामक व्यक्ति ने पिटायी कर दी थी।सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था और कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनसे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया।
विधायक ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है।जिसको लेकर थाने गए थे लेकिन इस दौरान एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारी उनके साथ मारपीट करने लगे।तो वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मियों ने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने बदसलूकी व अभद्रता की है।
क्या बोले विधायक : बीजेपी विधायक ने कहा कि पुलिस के द्वारा जो बयान दिया जा रहा है वह गलत है उनके द्वारा कोई भी अभद्रता किसी प्रकार की नहीं की गई है बल्कि शांतिपूर्वक अपनी बात कह रहे थे तभी थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी उनसे झगड़ने लगे।
क्या बोले एसपीआरए : घटना को लेकर एसपीआरए ने कहा है कि एक मामले को लेकर विधायक थाने गए थे और उनके द्वारा पुलिसकर्मियों के ऊपर मारपीट का आरोप लगाया गया है और वहीं पुलिसकर्मियों ने भी विधायक के द्वारा अभद्रता और मारपीट का आरोप लगाया है। मामले की जांच करवाई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए कार्रवाई के निर्देश : भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी के बीच टकराव की खबर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए डीजीपी यूपी से तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद मामले में संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है, जबकि ASP (ग्रामीण) का ट्रांसफर किया जा रहा है, साथ ही इस मामले में IG अलीगढ़ को कल तक आख्या प्रस्तुत करने को कहा गया है।