पटना। बिहार में पिछले 4 दिनों में जहरीली शराब की वजह से 53 लोग मारे जा चुके हैं जबकि कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। हालांकि पुलिस 26 लोगों की मौत की ही पुष्टि कर रही है। इस बीच मीडिया खबरों में कहा गया है कि थाने में गायब स्प्रिट से बनी शराब ही बिहार में कोहराम की वजह है।
थाने से बड़ी मात्रा में स्प्रिट के कंटेनर गायब है। इसकी सूचना ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक को भी दी है। जांच में खुले कंटेनर बरामद हुए हैं लेकिन इसमें से बड़ी मात्रा में स्प्रिट गायब है। दावा किया जा रहा है कि थाने में रखी अवैध स्प्रिट को चोरी से शराब कारोबारियों को बेच दिया गया, जिससे तैयार जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो गई।
एक्साइज डिपार्टमेंट की 7 टीमें छापेमारी कर रही हैं। मशरख के अलग-अलग इलाके से 600 लीटर अवैध शराब बरामद हुई है। पिछले 48 घंटे में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मशरख के थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है।
सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे।
इधर विपक्ष ने भी इस मामले में नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं नीतीश का कहना है कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा।
Edited by : Nrapendra Gupta