पटना। बिहार में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से गंगा समेत नौ नदियों में उफान से जहां पंद्रह जिले बाढ़ की चपेट में है वहीं इस दौरान करीब 42 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारी बारिश से गंगा, सोन, पुनपुन, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला-बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी के जलस्तर में वृद्धि से पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालंदा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, अरवल और दरभंगा जिले में आई बाढ़ से कुल 786 गांव की 17,09,667 आबादी प्रभावित हुई है। इससे राज्य में करीब 42 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गंगा नदी दीघाघाट में 44 सेंटीमीटर, गांधीघाट में 106, हाथीदह में 90, मुंगेर में 24, भागलपुर में 71, कहलगांव में 117, सोन नदी मनेर में 85, पुनपुन नदी श्रीपालपुर में 258, बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में 167, बागमती नदी रुन्नी सैदपुर में 113, कमला-बलान नदी झंझारपुर में 34, कोसी नदी बलतारा में 162 एवं कुरसैला में 158, महानंदा ढेंगराघाट में 56 एवं झावा में 48 तथा परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर ऊपर है।
क्या बोले सुशील कुमार मोदी : राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना के जलमग्न क्षेत्रों में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में पूरी ताकत से जुटा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि आज रात से लोग काफी राहत महसूस कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे के भीतर पटना शहर के जलमग्न क्षेत्रों से पानी निकाल दिया जाएगा।
गिरीराज का नीतीश पर तंज : बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को नीतीश कुमार सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि बाढ़ राज्य प्रशासन के लिए उत्सव का अवसर बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बेगूसराय सहित बिहार में बाढ़ राहत का काम एक बहुत बड़ा घोटाला बन गया है। जिला प्रशासन ने 2011 और 2014 के बीच लगभग 300 नौकाएं खरीदी थीं। इनमें से केवल कुछ ही काम के लायक हैं।
इस बीच भारत मौसम विज्ञान ने अगले 24 घंटे के अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने की संभावना है।