कुंवर राजेन्द्रपालसिंह सेंगर (कुसुमरा)
बागली/ कन्नौद(देवास)। इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बहिरावद मार्ग जोड़ के समीप शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकान में लगा एसबीआई बैंक का एटीएम अज्ञात बदमाश सोमवार-मंगलवार की रात के मध्य लोडिंग वाहन में रखकर फरार हो गए।
घटना के समय एटीएम का चौकीदार चाय पीने के लिए घर गया था। मजे की बात यह है कि एटीएम से केवल 400 मीटर दूर ही पुलिस थाना भी स्थित है। घटना के बाद पुलिस द्वारा रात्रि गश्त में बरती जा रही लापरवाही भी उजागर हुई। साथ ही लोगों में सनसनी भी फैल गई।
पुलिस के अनुसार फरियादी रामस्वरूप पिता रमेशचंद्र सेन (43) निवासी अहिल्याबाई मार्ग कन्नौद ने रिपोर्ट लिखाई कि मैं एटीएम मशीन में नगद राशि लोड करने का काम करता हूं। मुझे आज सुबह एसबीआई बैंक शाखा कन्नौद के प्रबंधक ने फोन करके बताया कि बहिरावद रोड़ पर एटीएम मशीन बीती रात को 3 से 4 बजे के मध्य चोरी हो गई है। रात में एटीएम मशीन पर चौकीदार प्रहलाद सेन की ड्यूटी थी। पुलिस ने मामले में फरियादी की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध चोरी का प्रकरण दर्ज किया।
टीआई आरके चतुर्वेदी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद बागली एसडीओपी दिलीप जोशी सतवास टीआई अमित सोनी, एफएसएल देवास से सुचिता पांडे सहित स्थानीय पुलिस अधिकारी जांच में जुटे हुए है। बदमाशों ने एटीएम मशीन ले जाने के लिए लोडिंग वाहन का उपयोग किया है। क्योंकि घटना स्थल पर लोडिंग वाहन के टायर के चिन्ह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे है। एटीएम पोर्टेबल था। एटीएम में करीब 12 लाख 41 हजार 400 रूपए थे।
रात को ड्यूटी पर तैनात चौकीदार प्रहलाद सेन ने बताया कि करीब 2.45 बजे पास में स्थित घर में चाय पीने के लिए गया था। लगभग 20-25 मिनट बाद वापस आकर लौटा तो देखा कि एटीएम मशीन अज्ञात बदमाश चुराकर ले गए। इसकी सूचना तुरंत मैंने पुलिस को दी।
एटीएम में नगद राशि लोड करने वाले सीएमएस कंपनी कर्मचारी रामस्वरूप सेन ने बताया कि 25 नवम्बर को मशीन में 8 लाख रूपए लोड किए गए थे। तथा 4 लाख रुपए का पुराना बैलेंस मशीन में मौजूद था।
सुरक्षा को लेकर उठने लगे सवाल : एटीएम मशीन की सुरक्षा के लिए बैंक द्वारा चौकीदार की नियुक्ति की गई है। नगर में से होकर गुजरने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर पुलिस द्वारा भी रात में गश्ती के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। इसके बावजूद बदमाशों द्वारा एटीएम मशीन को उठा ले जाने की घटना के बाद नागरिकों में भय उत्पन्न हो गया है। साथ ही अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए मौजूद पुलिस की कार्यप्रणाली व सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लग गए है।