लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री व भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश पहुंचा, जिसे केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय अगुवाई में लखनऊ के एअरपोर्ट लाया गया, जहां उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित उनके कई मंत्रियों ने अटलजी के अस्थि कलशों का स्वागत किया।
अटल बिहारी अमर रहें गगनभेदी नारों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा निकली। कलश यात्रा में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है। इसमें महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, मंत्री और नेता यात्रा में पैदल चल रहे थे तो वहीं नगर निगम के बाहर क्रेन से कलश यात्रा पर फूलों की वर्षा हो रही थी। अस्थि कलश को फूलों से सजे ट्रक से पुराना लखनऊ होते हुए भाजपा कार्यालय लाया गया।
अस्थि कलश रथ पर केन्द्रीय गृहमंत्री के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सवार थे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा तथा योगी सरकार के कई मंत्री भी यात्रा में शामिल थे। लखनऊ में अस्थि कलश रथ यात्रा के दौरान सड़क के दोनों ओर भीड़ अपने लोकप्रिय सांसद रहे स्वर्गीय वाजपेयी के अंतिम दर्शन को आतुर थी। पूरा शहर 'जब तक सूरज-चांद रहेगा, अटल तेरा नाम रहेगा,' के नारों से गूंजता रहा।
वोटों की राजनीति : वाजपेयी की भतीजी एवं पूर्व सांसद करूणा शुक्ला ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह में अचानक वाजपेयीजी के प्रति उमड़ा प्रेम उनके प्रति श्रद्धा नहीं बल्कि इसके जरिए वोटों के गणित को ठीक करने का प्रयास है।
जीते जी उपेक्षा : भाजपा पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जीते जी उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सदस्य डॉक्टर पीएल पूनिया ने कहा कि भाजपा अब उनके नाम पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी देश के सम्मानित नेता थे। उन्होंने कभी भी दलगत राजनीति में विश्वास नहीं किया।
राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रमुख जीतनराम मांझी ने भाजपा पर अटलजी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के लिए शुरू की गई कलश यात्रा के बहाने राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि भाजपा इस यात्रा के बजाय वाजपेयी के सपनों को साकार करने का प्रयास करे तो यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी।