अंबाला। उत्तर रेलवे के नवनियुक्त महाप्रबंधक टीपी सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि अमृतसर रेल हादसे में ड्राइवर की कोई गलती नहीं थी और उसे क्लीन चिट मिल चुकी है। स्मरण रहे कि ठीक दशहरे के दिन यह रेल हादसा हुआ था तथा इसमें अनेक लोग मारे गए थे।
सिंह यहां अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के लिए आए थे। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि धुंध के मौसम में रेलगाड़ियों में एक स्पेशल डिवाइस लगाया जाएगा, जो लोको पायलट को रेलवे फाटक की दूरी और सिग्नल लाइट के रंग का ड्राइवर को आभास करा देगी।
उन्होंने कहा कि इससे ड्राइवर सतर्कता बरत सकता है। कई ट्रेनों में जीपीएस सिस्टम भी लगा हुआ है जिससे ड्राइवर ट्रेन को आगे बढ़ाता है लेकिन अब यह जो नया डिवाइस सिस्टम लगने जा रहा है तथा इससे ड्राइवर को और सहूलियत मिल पाएगी।
उन्होंने कहा कि धुंध में ट्रेनों का लेट होना वाजिब है, क्योंकि घने कोहरे और धुंध के कारण ट्रेन की स्पीड में कमी आ जाती है। रेलवे क्रॉसिंगों पर होने वाले हादसों की सुरक्षा बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों को खुद भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा, क्योंकि कई मानवरहित फाटक हैं, जहां से ट्रेन सीधी गुजरती है तथा वे हर रेलवे फाटक पर रेलवे पुलिस बल की तैनाती नहीं कर सकते और यह संभव ही नहीं है।
ट्रेन-18 के ट्रॉयल में पाई गईं खामियों के बारे में उन्होंने कहा कि जब भी कोई नई रेलगाड़ी जब चलाई जाती है तो पहले उसका ट्रॉयल इसीलिए लिया जाता है कि अगर उसमें कोई भी खामी रह गई हो तो तकनीकी स्टाफ उसे दूर करे। यह ट्रेन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। (वार्ता)