चंडीगढ़। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पंजाब पुलिस (punjab police) को 13 दिनों से चकमा दे रहा है। अमृतपाल सिंह के कभी हरियाणा तो कभी उत्तराखंड में होने की खबर भी आती रही है। इस बीच उसका दूसरा वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में अमृतपाल ने कहा कि वह सरेंडर नहीं कर रहा है। वीडियो में उसने कहा कि वह भगौड़ा नहीं है और सरकार से नहीं डरता है।
आईएसआई से संबंध : 18 मार्च को 'वारिस पंजाब दे' संगठन के सदस्यों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद अमृतपाल सिंह फरार हो गया था। इस बीच पीटीआई ने एक खबर में बताया कि आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित कुछ आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए है।
वीडियो में अमृतपाल ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से कहा कि यह आपकी परीक्षा की घड़ी है। उसने कहा कि जत्थेदार के पद पर बैठे हुए आपकी परीक्षा है कि आप कौम के साथ कितना खड़े हो। अमृतपाल ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को आगे आना चाहिए और कौम की अगुवाई करनी चाहिए। ऐसा करके वह अपने ऊपर लग रहे परिवारवाद को सपोर्ट करने के आरोपों से भी मुक्त हो सकते हैं।
यह वीडियो अमृतपाल की पहली आई वीडियो और उसके बाद आई ऑडियो क्लिप से ज्यादा बड़ी है। उसने कहा कि वह पुलिस की कस्टडी में नहीं है और हर चीज को साजिश न समझा जाए। अपने भाग जाने के आरोपों के बारे में अमृतपाल ने कहा कि सतगुरु ने उसे किसी उद्देश्य के चलते ही बाहर निकाला है। वह अपने लोगों और कौम के लिए कुछ करना चाहता है।
वीडियो से मिले थे कई सुराग : अमृतपाल की ओर से बुधवार को जारी वीडियो की जांच में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस के अनुसार, यह विडियो 28 मार्च को नेपाल के साथ सटे उत्तरप्रदेश के इलाके में शूट किया गया था। विडियो को देश के बाहर से ब्रॉडकास्ट किया गया। पुलिस ने तीन आईपी अड्रेस की पहचान की है। ये कनाडा, यूके और दुबई से है। इन्हीं देशों से विडियो को इंटरनेट पर डाला गया था।
जल्द दुनिया के सामने आऊंगा : सिंह का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर उसका एक ऑडियो क्लिप सामने आने के कुछ घंटों बाद आया है। ऑडियो क्लिप में उसने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह आत्मसमर्पण के लिए बातचीत कर रहा है।
सिंह ने वीडियो में पंजाबी में कहा कि जिनको ऐसा लगता है कि मैं भगोड़ा हूं और मैंने अपने साथियों को छोड़ दिया है, उन्हें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए। मुझे मौत का डर नहीं है। और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होउंगा और 'संगत' के बीच भी आउंगा।
थाने पर बोला धावा : अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था। इस घटना के करीब तीन सप्ताह बाद 18 मार्च को पुलिस ने सिंह और उसके खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल उसके बाद से ही फरार है। Edited By : Sudhir Sharma