अनंतनाग। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि उसके विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 10 जुलाई को अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए हमले के कथित षड्यंत्रकर्ता तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुनीर खान ने यहां मीडिया से कहा कि इन लोगों ने हमला करने वाले लश्करे तैयबा के चार आतंकवादियों को साजोसामान की मदद मुहैया कराई थी जिसमें आठ व्यक्ति मारे गए थे।
पुलिस ने बताया कि चार आतंकवादियों को कथित रूप से वाहन और आश्रय मुहैया कराकर उनकी मदद करने वाले इन व्यक्तियों को हाल में गिरफ्तार किया गया और उन्हें आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिक अबु इस्माईल के नेतृत्व में लश्करे तैयबा के चार आतंकवादियों ने गत 9 जुलाई को अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले का प्रयास किया था लेकिन भारी सुरक्षा इंतजाम के चलते सफल नहीं हो पाए थे।
पुलिस ने बताया कि चार आतंकवादियों के समूह में अन्य आतंकवादी की पहचान यावर के तौर पर हुई है जो कि लश्करे तैयबा के लिए एक स्थानीय भर्ती करने वाला था। अन्य दो की पहचान करने के प्रयास जारी हैं जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे पाकिस्तानी हैं।
पुलिस ने अबु इस्माईल और यावर की तस्वीरें भी जारी की। पुलिस ने बताया कि तीन 'षड्यंत्रकर्ताओं’ बिलाल अहमद रेशी, एजाज वागे और जहूर अहमद ने टोह लेने का काम किया था और खनबल के पास बोटेंगो को उस स्थल के तौर पर चुना था जहां हमला किया जा सकता है।
खान ने बताया कि तीनों ने चार आतंकवादियों को दक्षिण कश्मीर के खुदवानी और श्रीगुफवारा में आश्रय का भी इंतजाम किया था। बिलाल का बड़ा भाई आदिल लश्करे तैयबा का एक कथित आतंकवादी था जिसे इस वर्ष के शुरू में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। तीर्थयात्रियों पर हमले की जांच के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस ने उप महानिरीक्षक :दक्षिण कश्मीर: स्वयम प्रकाश पानी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया था। अमरनाथ यात्रा से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी जिसमें आठ व्यक्ति मारे गए थे। (भाषा)