मुंबई। महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को बताया कि उसने राज्य की 9 सिंचाई परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं की जांच बंद कर दी है। एजेंसी ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि ये मामले उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़े हुए नहीं हैं।
एसीबी ने यह सफाई विपक्षी कांग्रेस के इस दावे के बाद दी कि दो दिन पहले सरकार बनाने में भाजपा की मदद करने की वजह से अजित पवार को ‘दोषमुक्त’ कर दिया गया है।
एसीबी अधिकारियों ने कहा कि 2013 में हुए सिंचाई घोटाले से जुड़े ऐसे किसी भी मामले को बंद नहीं किया गया है, जिनमें कथित तौर पर अजित पवार का नाम है।