लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए जारी लॉकडाउन के नियमों में छूट के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खुली और खुलने से पहले ही दुकानों पर लंबी लंबी कतारें देखने को मिली। आबकारी विभाग को अनुमान है कि सोमवार को पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रूपए का राजस्व सरकार को मिलने का अनुमान है।
शराब की दुकानों के बाहर लगी लोगों की लंबी लंबी लाइनों पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया 'भाई साहब कृपया यह भी बताएं कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने के लिए क्या इसी लाइन में लगना होगा?' यादव ने शराब की दुकान के बाहर लगी लोगो की लंबी कतारों की तस्वीर भी साझा की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग समय से काफी पहले ही पहुंच गए थे और राजधानी लखनऊ सहित अन्य शहरों में भी शराब की दुकानों पर खुलने से पहले ही लम्बी कतारें लग गई और इस दौरान कई जगहों पर सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों की धज्जियां भी उड़ी। उनके अनुसार लोग बड़ी तादाद में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं।
प्रदेश के प्रमुख सचिव (आबकारी) संजय भुसरेड्डी ने अपने अधिकारियों के साथ स्वंय सुबह करीब 10 बजे से ही शहर के महानगर, अलीगंज, इंदिरानगर आदि इलाकों की शराब की दुकानों का निरीक्षण किया और सभी दुकानों पर सेनेटाइजर और सामाजिक मेल जोल से दूरी की व्यवस्था को सुनिश्चित किया।
भुसरेड्डी ने बताया कि 'सोमवार से प्रदेश के सभी जनपदों की करीब 26 हजार शराब की दुकाने खोलने के आदेश दे दिए गए हैं। अधिकतर जनपदों में दुकाने खुली और लॉकडाउन के नियमों का पालन, सामाजिक मेल जोल से दूरी और सफाई की व्यवस्था पर ध्यान देते हुए शराब की बिक्री जारी है।
उन्होंने बताया, 'ऐसा अनुमान है कि पहले ही दिन सरकार को करीब 100 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।' उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए है कि वह शराब की दुकानों के बाहर भीड़ न लगने दें और सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों का पालन करवाएं।
लॉकडाउन का तीसरा चरण आज सोमवार से लागू हो गया है। इसके तहत कुछ शर्तों के साथ रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन में सुबह 10 बजे से शाम के 7 बजे तक शराब की दुकानें खोलने का प्रावधान है।
सोमवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ अन्य शहरों में भी सुबह 10 बजे से ही शराब की दुकानें खोली गई और इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई जबकि अधिकांश जगहों पर लोग सुबह आठ बजे से ही दूकनों के बाहर कतार में खड़े हो गए।
लखनऊ में पॉलिटेक्निक चौराहे, चारबाग पान दरीबा, अलीगंज, गोमतीनगर, महानगर, अलीगंज, इंदिरानगर व ठाकुरगंज में सुबह से ही शराब की दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई।
इसी तरह कानपुर में सोमवार को शराब की दुकानों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखी गई। शहर के मॉल रोड, सिविल लाइन, हरबंश मोहाल, कलक्टरगंज, रेल बाजार, बर्रा, सरोजिनी नगर, नवाबगंज, किदवईनगर, नौबस्ता, जूही, नजीराबाद और अर्मापुर में शराब की दुकान खुलने से पहले ही लोग कतार लगा कर खड़े हो गए।
जिलाधिकारी ब्रह्मदेव तिवारी ने बताया कि 'हमें ऐसी जानकारी मिली कि बिक्री शुरू होने से पहले ही शराब की दुकानो के बाहर लंबी लंबी कतारें लगी हैं। हमने कोतवाली इलाके में एक शराब की दुकान का निरीक्षण किया तो वहां लंबी कतार देखी। इस पर हमने दुकानदार को सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों का पालन करने का निर्देश दिया और ऐसा नहीं किए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी।' शराब की दुकानों के बाहर लंबी लंबी कतारें बलिया और प्रयागराज जिलों में भी देखी गई। (भाषा)