रायबरेली। जिले की लालगंज तहसील में एक भिखारी के करोड़पति होने का खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि यह भिखारी गली गली खाने की खोज में भटकता था और मानसिक रूप से संतुलन खो बैठा था। जब इस व्यक्ति को नहला धुलाकर खाना खिलाया गया और उसके थैले (बैग) की जांच की गई तो सारी सच्चाई सामने आ गई। बताया जा रहा है कि व्यक्ति तमिलनाडु का रहने वाला है और ट्रेन में जहर देने की घटना का शिकार होने के बाद भटकता हुआ रायबरेली के लालगंज पहुंच गया था।
कहते हैं कि किस्मत कब किसको रंक से राजा बना दे और कब किसे राजा से रंक बना दे, कोई नहीं कह सकता। ऐसा ही मामला रायबरेली के लालगंज में तब देखने को मिला जहां भिखारी के वेश में घूम रहे एक बुजुर्ग को नहलाया, धुलाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि वह भिखारी नहीं बल्कि करोड़पति कारोबारी है।
जब उसके परिजनों को सूचना मिली तो वे उसे अपने साथ हवाई जहाज से तमिलनाडु ले गए। यह मामला लालगंज के स्वामी सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कॉलेज, आनंग के पास का है, जहां कॉलेज के संस्थापक स्वामी भास्कर स्वरूप जी महाराज ने बताया कि 13 दिसंबर को भिखारी के वेश में एक वृद्ध भटकता हुआ उनके विद्यालय आया था और भूखा होने का इशारा करने लगा।
उसका संकेत समझ उसे मिठाई आदि खाने को दी गई। उसके कुछ सामान्य होने पर उसके बाल कटवाए गए और नहलाया गया। बाद में कपड़ों से मिले कागजात की पड़ताल की गई तो लोगों के होश उड़ गए। बाद में, उसके पास उसी के नाम की एक करोड़ 6 लाख 92 हजार के फिक्स डिपॉजिट की रसीद मिली। एक 5 इंच लंबी तिजोरी की चाबी भी मिली।
साथ ही उसके पास से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान मुथैया नादर पुत्र सोलोमन नादर, पता 240 बी नार्थ थेरु, थिदेयूर पुकुली, तिरुनेलवेली तमिलनाडु, 627152 के रूप में हुई। उसके पास मिले कागजों में उसके घर का फोन नंबर भी था। सूचना देने पर उसके परिवारजन उसे हवाई जहाज से अपने साथ घर ले गए।
परिजनों ने बताया कि जुलाई में एक ट्रेन यात्रा के दौरान वह भटक गए थे। तब से उनकी खोज की जा रही थी और आशंका जताई गई कि वह ट्रेनों में होने वाली जहरखुरानी की घटना का शिकार हो गए थे। स्वामी जी की मदद के लिए पूरे परिवार ने उनका आभार जताया।