मुंबई। मुंबई में शुक्रवार को कृष्ण जन्माष्टमी पर दही-हांडी समारोह के दौरान कम से कम 111 गोविंदा घायल हो गए। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बीएमसी ने बताया कि घायलों में से अधिकतर को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 11 को अस्पताल में भर्ती किया गया और उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी अस्पतालों को गोविंदा मंडली के घायल सदस्यों का मुफ्त उपचार करने का निर्देश जारी किया है। शाम छह बजे तक घायलों में से 17 का इलाज केईएम अस्पताल, 11 का जीटी अस्पताल, 10 का राजावाड़ी अस्पताल और 9 का नायर अस्पताल में उपचार हुआ।
इस उत्सव के दौरान दही से भरी मटकी को ऊंचाई पर लटकाया जाता है और मानव पिरामिड बनाकर गोविंदा उसे तोड़ते हैं। जन्माष्टमी के मौके पर पूरे महाराष्ट्र में इस खेल का आयोजन किया जाता है। खेल के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की घटनाएं आम बात हैं।
मुंबई और ठाणे जैसे शहरों में दही हांडी कार्यक्रमों और गोविंदा मंडलियों को काफी राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में घोषणा की कि उनकी सरकार ने लोकप्रिय उत्सव दही हांडी को साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है।