रक्षा बंधन पर क्या करें, क्या न करें, जानिए 10 बातें

Webdunia
What to do on raksha bandhan : रक्षाबंधन भाई बहन का त्योहार है। इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधती है। यह पर्व प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस बार यह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 11 अगस्त 2022 गुरुवार को है। आओ जानते हैं कि इस दिन क्या करते हैं और क्या नहीं।
 
 
रक्षा बंधन के दिन करते हैं ये 5 कार्य :
 
1. रक्षा बंधन का त्योहार : श्रावण माह की पूर्णिमा के दिन सबसे खास पर्व रक्षा बंधन का होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधती हैं। साथ ही सभी नई और पुरानी वस्तुओं को भी राखी बांधना चाहिए। जैसे वाहन, टीवी, द्वारा आदि।
 
2. जनेऊ बदली जाती है : इस दिन उत्तर भारत में जनेऊ बदलने का कार्य भी होता है, जिसे श्रावणी उपाकर्म कहते हैं। दक्षिण भारत में इसे अबित्तम कहा जाता है।
Rakhi ki thali
3. स्नान दान, तर्पण कर्म : इसे श्रावणी या ऋषि तर्पण भी कहते हैं। इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण अर्पण भी किया जाता है। स्नान और दान : इस पवित्र दिन नदी में स्नान भी किया जाता है। श्रावण पूर्णिमा पर परंपरागत ढंग से तीर्थ अवगाहन, दशस्नान, हेमाद्रि संकल्प एवं तर्पण आदि कर्म किए जाते हैं। श्रावण पूर्णिमा में दान करने का भी महत्व है। इस दिन दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
 
4. व्रत : इस दिन व्रत करने का भी बहुत महत्व रहता है। उत्तर और मध्य भारत में महिलाएं उपवास रखती हैं और अपने बेटे की लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसीलिए इसे उत्तर भारत में कजरी पूनम भी कहते हैं।
 
5. इनकी की जाता है पूजा : इस दिन शिव, पार्वती, श्रीकृष्ण, हनुमानजी, चंद्रमा, विष्णुजी और माता लक्षमीजी की पूजा की जाती है। 
 
नहीं करते हैं ये 5 कार्य :
1. इस दिन किसी भी प्रकार से बहनों को नाराज न करें। 
2. भद्रा और राहु काल में राखी न बांधें। दोनों के लिए अशुभ होता है।
3. राखी बांधते वक्त भाई का मुख दक्षिण दिशा में न हो।
4. भाई-बहन एक दूसरे को तौलिया या रुमाल उपहार। धारदार या नुकीली चीजें भी उपहार में नहीं दें।
5. टूटे चावल का तिलक न लगाएं और काले रंग के प्रयोग नहीं करने चाहिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

बुध का मेष राशि में गोचर, 4 राशियों के रहेगा शुभ

मई 2025 का मासिक राशिफल: हर राशि के लिए विशेष भविष्यवाणियां

कब है वृषभ संक्रांति, क्या है इसका महत्व

भारत के संबंध में बाबा वेंगा, नास्त्रेदमस और अच्युतानंद ने पहले ही बता दी थीं ये बातें

जूठे बचे भोजन का क्या करना चाहिए? प्रेमानंद महाराज ने बताया उपाय

सभी देखें

धर्म संसार

युद्ध में विजयी के लिए करते हैं माता बगलामुखी का पूजन, भगवान श्रीकृष्ण ने भी की थी पूजा

Aaj Ka Rashifal: 05 मई 2025: आज इन 5 राशियों को मिलेगी व्यवसाय में सफलता, पढ़ें अपनी राशि

05 मई 2025 : आपका जन्मदिन

05 मई 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Saptahik Rashifal 2025: मई माह के नए सप्ताह में किस राशि के चमकेंगे सितारे, जानें साप्ताहिक राशिफल 05 से 11 May तक

अगला लेख
More