जयपुर। राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। निर्वाचन विभाग ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इस राज्य में सुरक्षा चाक चौबंद है। राज्य में 20 लाख से अधिक मतदाता पहली बार वोट डालेंगे।
मतदान के लिए दो लाख से ज्यादा ईवीएम-वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा और ईवीएम के साथ-साथ पूरे राज्य में वीवीपैट मशीनों का उपयोग पहली बार हो रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। मतदान निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से करवाने का जिम्मा 1,44,941 जवानों पर होगा जिनमें केंद्रीय सुरक्षा बलों की 640 कंपनियां शामिल हैं। राज्य में कुल 387 नाके और चैक पोस्ट लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 4,74,37,761 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 2,47,22,365 पुरुष तथा 2,27,15,396 महिला मतदाता है। इनमें से पहली बार मतदान कर रहे युवा मतदाताओं की संख्या 20,20,156 हैं।
राज्य के 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से कुल 2,274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस से 194, भारतीय जनता पार्टी से 199 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी से 189, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से 01, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से 16 एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से 28 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं जबकि 817 गैर मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशी एवं 830 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
राजस्थान में विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 200 है लेकिन एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है।
कुमार ने बताया कि अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का 29 नवम्बर को निधन हो गया है। वहां का चुनाव स्थगित कर दिया गया है।
राज्य के चार लाख से ज्यादा दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधा की गई है। उनको मतदान के लिए घर से लाने की व्यवस्था की गयी है। 259 मतदान केंद्रों का जिम्मा महिलाओं के हवाले होगा जहां मतदान दलकर्मी, सुरक्षाकर्मी इत्यादि सभी महिलाएं होंगी।
इस बीच विभाग को सी-विजिल एप से अब तक 3,784 से अधिक शिकायतें मिलीं जिनमें से 3,098 शिकायतें सही पाई गई है। (भाषा)