राजे के राजस्थान पर कांग्रेस विराजमान

Webdunia
मंगलवार, 9 दिसंबर 2008 (01:08 IST)
किलों और गढ़ों के लिए प्रसिद्ध राजस्थान में सोमवार को कांग्रेस ने भाजपा को चुनावी युद्ध में पराजित कर दिया, लेकिन सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने के बावजूद वे स्पष्ट बहुमत से पाँच सीटें पहले रुक गई।

राज्य की सभी दो सौ विधानसभा सीटों के लिए घोषित नतीजों के अनुसार कांग्रेस ने 96 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 78 और बसपा ने पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करते हुए छह सीटें जीती हैं। निर्दलीय 14 और अन्य ने छह सीटें जीती हैं। इन निर्दलियों में सात कांग्रेस के बागी हैं, जबकि तीन भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरे थे।

राज घराने से ताल्लुक रखने वाली मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर मरूभूमि में पार्टी का किला बचाए रखने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उनके जोरदार प्रचार और मुंबई में 26 नवंबर के आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोलने की रणनीति लाभ में तब्दील नहीं हो सकी।

पार्टी की पराजय के बाद वसुंधरा ने राज्यपाल एसके सिंह को इस्तीफा सौंप दिया और पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की मंगलवार को यहाँ प्रदेश मुख्यालय में बैठक होगी, जिसमें संभवतः नए नेता के चुनाव पर भी चर्चा होगी।

पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 120 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के हिस्से सिर्फ 56 सीटें आई थीं। उन चुनावों में बसपा के हाथ दो सफलता आई थी, जिसे पार्टी ने दो गुना से अधिक कर दिया है। कांग्रेस को बसपा के वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी से नुकसान भी उठाना पड़ा है।

राज्य में विकास को मुद्दा बनाने का शुरुआत में प्रयास कर रहीं वसुंधरा ने बाद में मुख्य जोर आतंकवाद और महँगाई जैसे मुद्दों पर केंद्रित किया था। भाजपा ने अपना किला बचाने के लिए गुजरात मॉडल पर टिकट बँटवारा भी किया था और करीब एक तिहाई विधायकों का टिकट काट दिया था, जिनमें कई मंत्री भी शामिल थे।

इसका नतीजा यह हुआ कि कई कार्यकर्ता बागी होकर मैदान में कूद पड़े। हालाँकि उनमें से सफलता सिर्फ तीन को ही मिल पाई, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि इन लोगों ने पार्टी को नुकसान पहुँचाया।

Show comments

जरूर पढ़ें

Exit Poll : वोटिंग खत्म होने के बाद RSS मुख्यालय पहुंचे देवेंद्र फडणवीस, मोहन भागवत से की मुलाकात

Exit Poll 2024 : झारखंड में खिलेगा कमल या फिर एक बार सोरेन सरकार

महाराष्ट्र में महायुति या एमवीए? Exit Poll के बाद बढ़ा असमंजस

महाराष्‍ट्र बिटकॉइन मामले में एक्शन में ईडी, गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी

BJP महासचिव विनोद तावड़े से पहले नोट फॉर वोट कांड में फंसे राजनेता

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली में दिखी छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की झलक, सशक्त भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका

अब Delhi-NCR में भी बिकेंगे नंदिनी के ये उत्‍पाद

LIVE: अडाणी को बड़ा झटका, केन्या ने रद्द किया 700 मिलियन डॉलर का करार

Manipur Violence : मणिपुर के हालात को लेकर कांग्रेस ने किया यह दावा

Adani Group की कंपनियों को भारी नुकसान, Market Cap में आई 2.19 लाख करोड़ की गिरावट

More