बीजेपी प्रत्याशी नौक्षम चौधरी अपनी खूबसूरती की वजह से सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियों में हैं। हालांकि राजस्थान विधानसभा में उन्होंने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के मंत्री को पटखनी देकर एक बार फिर से सुर्खियां बटौंरी हैं। बता दें कि नौक्षम लंदन और इटली के मिलान में पढ़ी हैं, जबकि सिंगापुर में फैशन इंडस्ट्री में मोटी तनख्वाह पर काम कर रही थी, लेकिन अपनी नौकरी छोड़कर वे मेवात जैसे पिछड़े इलाके की राजनीति में उतरीं और चर्चा में आ गई।
हरियाणा से सटे मेवात इलाके की कामां सीट से जीती भाजपा नेता नौक्षम चौधरी को 78 हजार 646 वोट मिले। दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी मुखत्यार अहमद। इसी सीट से 2008 और 2018 में विधायक रह चुकीं कांग्रेस नेता जाहिदा खान तीसरे नंबर पर रहीं।
गहलोत के मंत्री को हराया : बता दें कि नौक्षम चौधरी अशोक गहलोत के मंत्री को हराने की वजह से चर्चा में हैं। इसके पहले नौक्षम चौधरी हरियाणा विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं। लेकिन वह यह चुनाव हार गई थी। बीजेपी ने इस बार उन्हें भरतपुर जिले की कांमा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था। जहां से गहलोत सरकार की मंत्री जाहिदा खान को उन्हें हराया है।
कौन हैं नौक्षम चौधरी?
कांमा विधानसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी नौक्षम चौधरी हरियाणा की रहने वाली हैं। इनकी मां रणजीत कौर हरियाणा में IAS अधिकारी हैं। जबकि पिता आरएस चौधरी रिटायर्ड जज हैं। नौक्षम चौधरी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद वे लंदन पढ़ाई करने चली गईं। लंदन में उन्होंने मीडिया प्रमोशन एंड कम्युनिकेशन की डिग्री ली। इस दौरान चौधरी ने नौकरी छोड़कर भारत आ गईं।
इस बयान आईं विवाद में
चुनाव प्रचार के दौरान नौक्षम का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वे कह रही हैं, किसी ने ईंट चलाया तो पत्थर से जवाब दूंगी। ऐलान कर रही हूं। हमें गोली भी चलानी आती है। हमें सारे काम आते हैं। और जूते से इलेक्शन लड़ना आता है। इसका ऐलान करती हूं
इस बयान के बाद रिटर्निंग ऑफिसर विनोद कुमार ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। एक रिमाइंडर के बाद ही नौक्षम ने जवाब दिया। हालांकि बाद में नौक्षम ने दावा किया कि जिस वीडियो पर उन्हें नोटिस जारी हुआ, वो एडिट किया हुआ था।
Edited By : Navin Rangiyal