Rajasthan Assembly Election 2023 : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों को लेकर यहां पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ लंबी चर्चा की। दोनों नेता गुरुवार दोपहर दिल्ली लौट गए।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठकों का दौर बुधवार देर शाम यहां एक होटल में शुरू हुआ जो देर रात 2 बजे तक जारी रहा। माना जा रहा है कि भाजपा जल्द ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। पार्टी में राजस्थान को लेकर शीर्ष स्तरीय बैठकें ऐसे समय में हुई हैं जब वह अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने वाली है।
पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है कि राजस्थान में भी दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है। राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
दोनों नेता आज दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। भाजपा सूत्रों ने बताया कि नड्डा और शाह का जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थानीय पदाधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन यह बैठक नहीं हुई। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, कल रात बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। शाह और नड्डा बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और हवाई अड्डे के पास एक होटल में गए, जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि शाह और नड्डा ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की। राजे से मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली। इसके बाद पार्टी के राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई जिसमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। हाल में संपन्न हुई चार परिवर्तन यात्राओं पर भी फीडबैक लिया गया। सूत्रों ने कहा, समीक्षा की गई कि यात्राओं में कहां लोग अधिक आए और कहां कम। इसके कारणों पर चर्चा की गई।
बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल व कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां और अन्य नेता मौजूद थे। बैठक करीब तीन घंटे तक चली। इसके बाद सतीश पूनियां और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बैठक स्थल से बाहर निकलते दिखाई दिए।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, नड्डा और शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित अन्य नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की। बैठक में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई। इस बात पर मंथन किया गया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ इलाके और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं।
सूत्रों के अनुसार, इस बात का बारीकी से आकलन किया गया कि किन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कमजोर है और जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति की जरूरत है। उन सीटों की श्रेणियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई, जहां पार्टी पिछले तीन चुनावों से लगातार जीत रही है या हार रही है और जहां पार्टी वैकल्पिक रूप से जीत रही है।
उन्होंने कहा, बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
हालांकि बैठक के बाद होटल से निकल रहे पार्टी नेताओं ने बैठकों के बारे में मीडियाकर्मियों से बात नहीं की। चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने बताया कि पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर ही मीडिया को जानकारी दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकाली गई पार्टी की परिवर्तन यात्राओं के पूरा होने के अवसर पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर के पास जनसभा को संबोधित किया था। उसके ठीक बाद शाह और नड्डा राजस्थान पहुंचे।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)