नई दिल्ली। पंजाब में आगामी 4 फरवरी को विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर एकसाथ मतदान होने जा रहा है। मतदान के पूर्व सभी राजनीतिक दल आखिरी वक्त में अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगे हुए हैं। चुनाव के पहले पंजाब के ओपिनियन पोल में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। इस सर्वे में कांग्रेस पार्टी को 47 से 55 सीटें जरूर मिल रहीं हैं लेकिन वह बहुमत के करीब पहुंचकर भी सरकार नहीं बना पा रही है। आम आदमी की पार्टी उसका खेल बिगाड़ सकती है, जिसे सर्वे में 28 से 36 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही हैं।
इस सर्वे में अकाली और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन 26 से 34 सीटों पर ही सिमट गया है। पंजाब में अकाली दल सरकार बचा लेगा या फिर 10 साल बाद कांग्रेस सत्ता में दोबारा लौटेगी, इसका जवाब 11 मार्च को मतदान के दिन मिलेगा। पंजाब की जनता के मन में फिलहाल क्या मंथन चला, इसका जवाब भी इसी दिन मिलेगा। 'एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस' के सर्वे ने कांग्रेस के बीच हलचल मचा दी है।
सर्वे में पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनाने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा दिल्ली से झाडू लेकर पंजाब पहुंचे अरविंद केजरीवाल हैं, जिनकी पार्टी को 28 से 36 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। जहां तक आगामी विधानसभा चुनाव में रुझान का सवाल है तो 34 फीसदी लोग कांग्रेस को पसंद कर रहे हैं। दूसरी तरफ सत्तारुढ़ दल अकाली-भाजपा को 28 फीसदी और अन्य को 11 फीसदी लोग पसंद करते हैं।
15 जनवरी से 24 जनवरी के बीच पंजाब में वोटरों की राय ली गई है। सर्वे में 39 विधानसभा क्षेत्रों के 187 पोलिंग बूथ के 3 हजार 462 वोटरों से बात की। सर्वे में कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह 23 प्रतिशत लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं, जबकि प्रकाश सिंह बादल को 19 प्रतिशत लोग अपना समर्थन दे रहे हैं। मुख्यमंत्री की पहली पसंद के लिए 23 प्रतिशत लोग कुछ भी नहीं कह रहे हैं।