मुंबई: पवन कुमार सहरावत वीवो प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के नौंवे सत्र की नीलामी में 2.26 करोड़ की बोली के साथ सबसे महंगे खिलाड़ी बनकर सामने आये हैं। पीकेएल ने शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि नीलामी में इस सीजन में चार खिलाड़ियों ने एक करोड़ रुपये की सीमा को पार किया, जबकि पिछले सत्र में सिर्फ दो खिलाड़ियों ने ही इस आंकड़े को छुआ था।
प्रदीप नरवाल और सिद्धार्थ देसाई पिछली बार एक करोड़ रुपये के क्लब का हिस्सा बने थे, जबकि पवन कुमार सहरावत, विकास खंडोला, फजल अतरचली और गुमान सिंह ने कल की नीलामी में एक करोड़ रुपये के क्लब में जगह बनाई।
सहरावत सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2.26 करोड़ रुपये में तमिल थलाइवाज का हिस्सा बन गए। दूसरी ओर, विकास खंडोला को 1.70 करोड़ रुपये में खरीदे जाने के बाद बेंगलुरु बुल्स में एक नया घर मिला है।
फ्रैंचाइजी द्वारा 90 लाख रुपये के फाइनल बिड मैच (एफबीएम) कार्ड का इस्तेमाल करने के बाद प्रदीप नरवाल यूपी योद्धा की ओर लौट आए।
ईरानी दिग्गज फकाल अतरचली ने पुनेरी पलटन में 1.38 करोड़ रुपये में शामिल होने के बाद अब तक के सबसे महंगे डिफेंडर और विदेशी खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह दोनों रिकॉर्ड पहले भी अतरचली के पास ही थे, जब उन्हें 2018 वीवो प्रो कबड्डी लीग में यू मुंबा ने एक करोड़ रुपये में चुना था।अतरचली के हमवतन, मोहम्मद एस्माइल नबीबक्श को पुनेरी पलटन ने 87 लाख रुपये में खरीदा।
यू मुंबा द्वारा 1.21 करोड़ रुपये में खरीदे गये गुमान सिंह श्रेणी बी में सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में उभरे।
नीलामी के आयोजक मशाल स्पोर्ट्स की ओर से पीकेएल के लीग कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने कहा, "खिलाड़ियों की नीलामी के पहले दिन सभी टीमों के लिए यह एक शानदार दिन था। सभी फ्रेंचाइजी ने अच्छी रणनीति बनाई और हमने देखा कि आज कुछ बेहतरीन बोलियां लगायी गयीं। कल हमारे पास बहुत सारी कार्रवाई होने वाली है और मुझे उम्मीद है कि सभी फ्रेंचाइजी अपनी वांछित टीम बनाने में सक्षम होंगी।"