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नरेन्द्र मोदी : कड़े फैसले लेने में माहिर

हमें फॉलो करें नरेन्द्र मोदी : कड़े फैसले लेने में माहिर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में लंबे समय तक सेवाएं देने के बाद नरेन्द्र मोदी भाजपा से जुड़े। जब वे गुजरात के मुख्‍यमंत्री थे तो उनका 'गुजरात मॉडल' काफी लोकप्रिय हुआ। इसी गुजरात मॉडल पर सवार होकर वे प्रधानमंत्री पद की कुर्सी तक पहुंच गए। 'चायवाले' मोदी '56 इंच' का सीना भी रखते हैं।
 
प्रारंभिक जीवन : इनका जन्म वड़नगर, जिला मेहसाणा (गुजरात) में हुआ। इनके पिता का नाम दामोदरदास और माता का नाम हीराबेन तथा पत्नी का नाम जशोदाबेन है। इनका बचपन काफी गरीबी में बीता है। मोदी ने एक किशोर के तौर पर अपने भाई के साथ एक टी स्टॉल भी चलाया है। इन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में एमए किया है तथा ये हिन्दी, अंग्रेजी व गुजराती भाषाएं जानते हैं।
 
राजनीतिक जीवन : 1984 में आरएसएस के स्वयंसेवक के रूप में उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत की। 1974 में उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाया। आपातकाल के दौरान जून 1975 से जनवरी 1977 तक वे 19 महीने जेल में रहे। 1987 में वे भाजपा से जुड़े। मोदी सन् 2001 से 2014 तक गुजरा‍त के मुख्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
 
2014 में प्रधानमंत्री बने : सरदार वल्लभ भाई पटेल को अपना आदर्श मानने वाले नरेन्द्र भाई मोदी ने सोमवार, 26 मई 2014 को शाम 6 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनकी सरकार (भाजपा) ने कोई 30 साल के लंबे अंतराल के बाद पूर्ण बहुत प्राप्त किया था। इसके पहले 30 वर्ष तक देश में अल्पमत की सरकारें थीं। शपथ ग्रहण के बाद संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे पूरी निष्ठा और परिश्रम की पराकाष्ठा से गरीबों, गांववासियों, दलितों, शोषितों और वंचितों के उत्थान के लिए पूरे समर्पण से काम करेंगे।
 
पुरस्कार और सम्मान : 2018 में संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार 'चैंपियंस ऑफ अर्थ द अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया। 2019 में मोदी को सियोल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। 2003 में संयुक्त राष्ट्र की ओर से सासाकावा पुरस्कार, 2004 प्रबंधन में नवीनता लाने के लिए 'कॉमनवेल्थ एसोसिएशंस' की ओर से सीएपीएएम गोल्ड पुरस्कार, 2005 में राजीव गांधी फाउंडेशन नई दिल्ली की ओर से गुजरात को श्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार, 2005 में भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त हुए गुरुद्वारे को फिर से बनाने के लिए यूनेस्को द्वारा 'एशिया पेसिफिक हेरिटेज' अवॉर्ड समेत कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
 
विशेष : मोदी वक्तृत्व कला में माहिर हैं। विरोधियों के वाक्य से ही उन पर पलटवार करना उनकी खूबी है। जीएसटी, नोटबंदी व उज्ज्वला योजना, गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण आदि कई महत्वपूर्ण फैसले इनके प्रधानमंत्रित्वकाल में हुए।

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