लिज ट्रस : प्रोफाइल

Webdunia
लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। दो महीने चले चुनावी कैम्पेन में उन्होंने भारतवंशी ऋषि सुनक को हराया। ट्रस को 81,326 वोट मिले, जबकि सुनक को 60,399 वोट मिले। मैरी एलिजाबेथ ट्रस या लिज ट्रस का जन्म 1975 में ऑक्सफोर्ड में हुआ था। खुद को वामपंथ बताने वाली लिज ट्रस के पिता गणित के प्रोफेसर थे और अपनी मां एक नर्स थीं। स्कूली पढ़ाई के बाद लिज ट्रस ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फिलॉसोफी, राजनीति और इकोनॉमी पढ़ने के लिए एडमिशन लिया।
 
दक्षिणपंथी लिज बोरिस जॉनसन की जगह लेंगी। लिज को ब्रिटेन की सियासत में फायरब्रांड नेता माना चाता है। दो महीने चले चुनावी कैम्पेन में वे काफी आक्रामक रही। लिज तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। उनके पहले मार्गरेट थैचर और थेरेसा मे इस पर रह चुकी हैं। लिज मार्गरेट थैचर को अपना आदर्श मानती हैं।
 
कंजर्वेटिव पार्टी की नेता बनीं ट्रस तब लिबरल डेमोक्रेट्स के लिए छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं और पार्टी की कार्ड होल्डर मेंबर थीं। ऑक्सफोर्ड में रहते ही ट्रस ने लिबरल डेमोक्रेट्स का साथ छोड़ा और 180 डिग्री पलटी मारते हुए कंजर्वेटिव पार्टी में स्विच कर गईं।
 
ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने एक कंपनी में अकाउंटेंट के रूप में काम किया और साल 2000 में उसी कंपनी के अकाउंटेंट ह्यूग ओ'लेरी से शादी कर लीस लिज ट्रस के 2 बच्चे हैं।
 
1981-1983 के बीच लिज ट्रस की मां परमाणु निरस्त्रीकरण अभियान के लिए मार्च निकाल रही थीं। वे ऐसे संगठन की मेंबर थीं जो लंदन के पश्चिम में अमेरिकी परमाणु हथियार स्थापित करने की अनुमति देने के मार्गरेट थैचर सरकार के फैसले का जोरदार विरोध कर रहा था।
 
लिज ट्रस वास्तविक रूप से आयरन लेडी कही जानें वालीं थैचर का अनुसरण करने हुए कंजर्वेटिव पार्टी की नेता और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनीं।
Show comments

जरूर पढ़ें

Exit Poll : वोटिंग खत्म होने के बाद RSS मुख्यालय पहुंचे देवेंद्र फडणवीस, मोहन भागवत से की मुलाकात

Exit Poll 2024 : झारखंड में खिलेगा कमल या फिर एक बार सोरेन सरकार

महाराष्ट्र में महायुति या एमवीए? Exit Poll के बाद बढ़ा असमंजस

महाराष्‍ट्र बिटकॉइन मामले में एक्शन में ईडी, गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी

BJP महासचिव विनोद तावड़े से पहले नोट फॉर वोट कांड में फंसे राजनेता

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली में दिखी छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की झलक, सशक्त भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका

अब Delhi-NCR में भी बिकेंगे नंदिनी के ये उत्‍पाद

LIVE: अडाणी को बड़ा झटका, केन्या ने रद्द किया 700 मिलियन डॉलर का करार

Manipur Violence : मणिपुर के हालात को लेकर कांग्रेस ने किया यह दावा

Adani Group की कंपनियों को भारी नुकसान, Market Cap में आई 2.19 लाख करोड़ की गिरावट

अगला लेख
More