Bhadli Navami 2024: भडल्या या भड़ली नवमी प्रति वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाते हैं। यह गुप्त नवरात्रि का अंतिम दिन होता है। इस बार इस पर्व पर एक साथ 7 शुभ योग बन रहे हैं। यह दिन अक्षय तृतीया की तरह ही शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। उदया तिथि के अनुसार 15 जुलाई को भडल्या नवमी मनाई जाएगी।ALSO READ: इस दिन रहेगी देवशयनी एकादशी और कामिका एकादशी, जानें दोनों के शुभ मुहूर्त
15 जुलाई पूजा के शुभ मुहूर्त :
ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04:12 से 04:53 तक
प्रातः सन्ध्या: प्रात: 04:32 से 05:33 तक
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:59 से 12:55 तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:45 से 03:40 तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:19 से 07:40 तक
सायाह्न सन्ध्या: शाम 07:21 से 08:22 तक
अमृत काल: दोपहर 02:49 से 04:35 तक
निशिथ मुहूर्त: रात्रि 12:07 से 12:48 तक
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भड़ली नवमी को अक्षय तृतीया के समान ही महत्व वाला दिन माना गया है, अत: यह दिन अबूझ मुहूर्त की श्रेणी में आता है तथा शुभ मांगलिक कार्य, विवाह बंधन के लिए यह दिन खास मायने रखता है। 17 जुलाई 2024 को देवशयनी एकादशी से 4 माह के लिए देव सो जाएंगे तब 4 माह के लिए सभी तरह के मंगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। इसलिए भड़नी नवमी मांगलिक कार्यों के लिए आखिरी दिन होता है। इसी वजह से यदि आप कोई खरीदारी या मांगलिक कार्य करने की सोच रहे हैं तो भड़ली नवमी एक शुभ तिथि हैं, जिसमें आप कोई भी शुभ प्रसंग, मांगलिक कार्य संपन्न कर सकते हैं।