Aadi Perukku Festival 2024: तमिल के हिंदुओं का प्रमुख त्योहार आदि पेरुक्कू इस बार श्रावण माह में आ रहा है। 2 अगस्त 2024 शुक्रवार को यह पर्व मनाया जाएगा। तमिल महीने आदि के 18वें दिन यह त्योहार मनाया जाता है। यानी आदि पेरुक्कु जल के जीवनदायी गुणों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए तमिल माह आदि के 18वें दिन मनाया जाता है।
मानसून का पर्व : आदि पेरुक्कु एक मानसून त्योहार है। यह त्योहार जल संरक्षण को बढ़ावा देने पर आधारित है और इसमें विभिन्न रीति-रिवाज़ भी शामिल होते हैं। सभी मिलकर आगामी समृद्ध वर्ष के लिए पानी के देवताओं को कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और विशेष मिठाईयों एवं भोजन का आनंद लेते हैं।
पूजा : इस त्योहार पर देवी पार्वती की पूजा के दौरान महिलाएं महिलाएं उन्हें गोदेस अर्पित करती हैं। पूजा के दौरान लोग मां कावेरी और बारिश के लिए वरुणा देवी की पूजा करते हैं, ताकि बारिश अच्छी हो और उससे फसल की बढ़िया पैदावार हो। महिलाएं देवी पचई अम्मा की पूजा भी करती हैं, जिन्हें शांति और सद्भाव का प्रतीक माना जाता है।
व्यंजन : इस उत्सव में चावल से बने विविध व्यंजनों को बनाया जाता है। जिसमें तेंदू राइस और दही वाला चावल जैसे पारंपरिक पसंदीदा व्यंजन शामिल होते हैं, जिन्हें पोंगल की मिठास द्वारा पूर्ण किया जाता है।
पिकनिक: इस त्योहार में लोग भोजन बनाकर आसपास की नदी, झील या तालाब के किनारे जाकर पिकनिक मनाते हैं। ऐसा करने से भगवान खुश होते हैं। यह पर्व लोगों को प्रकृतिक के करीब लाता है और महिलाएं और बच्चे शाम को इन जलाशयों के पास दीप जलाकर प्रकृति एवं देवताओं का आभार प्रकट करते हैं।
उत्पत्ति : इस उत्सव की शुरुआत कावेरी नदी के तट पर निवास कर रहे प्राचीन हिंदुओं ने की थी। परंतु अब यह उत्सव संपूर्ण तमिल समाज का उत्सव बन गया है। आदि पेरुक्कु उत्सव तिरुचरापल्ली के अलावा कावेरी नदी के किनारे बसे इरोड, तंजावुर और सलेम में भी धूमधाम से मनाया जाता है।