वांसिरू ने ओलिम्पिक मैराथन जीती
मैराथन जीतने वाले पहले केन्याई धावक बने
सैमुअल वांसिरू ओलिम्पिक मैराथन जीतने वाले पहले केन्याई धावक बन गए हैं और उन्होंने यह उपलब्धि रिकॉर्ड के साथ अर्जित की।
21 बरस के वांसिरू ने सुबह बीजिंग की सड़कों पर 42.15 किलोमीटर का फासला दो घंटे छह मिनट और 32 सेकंड में तय किया, जो ओलिम्पिक में एक रिकॉर्ड है।
केन्या इससे पहले दो बार पुरुष मैराथन का रजत पदक जीत चुका है, लेकिन स्वर्ण पहली बार उसे मिला है। आठ साल पहले सिडनी ओलिम्पिक में भी केन्या दूसरे स्थान पर रहा था।
बीजिंग में केन्या ने ट्रैक और फील्ट के 14 पदक जीते, जिसमें पाँच स्वर्ण शामिल हैं। उससे आगे सिर्फ अमेरिका (23) और रूस (18) रहे।
तीन साल पहले 18 बरस की उम्र में विश्व हाफ मैराथन में भाग लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले वांसिरू की यह तीसरी ही मैराथन थी।
दो बार के चैम्पियन मोरक्को के जावेद गरीब ने रजत और इथियोपिया के सेगे केबेदे ने काँस्य पदक जीता। गरीब ने 2 घंटे 07.16 का समय निकाला जबकि पेरिस मैराथन के विजेता केबेदे ने 2 घंटे 10.00 घंटे में फासला तय किया।
बीजिंग ओलिम्पिक की ट्रैक और फील्ट स्पर्धा के इस आखिरी मुकाबले में वासिरू ने जब अंतिम लैप के लिए बर्ड नेस्ट स्टेडियम में प्रवेश किया तो लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया।