पहली बार ओलिम्पिक शुभंकरों का प्रयोग

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* 1972 में म्यूनिख में आयोजित ओलिम्पिक खेलों में वाइटवॉटर कनोइंग (स्लैलॉम) को पहली बार ओलिम्पिक में शामिल किया गया। इस प्रतिस्पर्धा के सारे स्वर्ण पदक पूर्वी जर्मनी ने जीते। उसने म्यूनिख में इसके लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की थी।

* 1972 में पहली बार ओलिम्पिक शुभंकर अस्तित्व में आया। वाल्डी डैशशुंड नामक इस शुभंकर ने भविष्य के शुभंकरों के लिए मार्ग प्रशस्त कर दिया। इस ओलिम्पिक अधिकारियों ने भी ओलिम्पिक शपथ ग्रहण की।

* इन खेलों में पहली बार पुरुषों के हैंडबॉल को शामिल किया गया।
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