वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल के एक छात्र ने इंटरनेट को बाधित कर एक विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर नेटवर्कों पर व्यापक पैमाने पर साइबर हमला करने का दोष स्वीकार कर लिया है।
न्याय विभाग ने मंगलवार को बताया कि न्यूजर्सी के 21 वर्षीय पारस झा के साथ 2 अन्य व्यक्ति पेनसिल्वेनिया के 20 वर्षीय जोसेह व्हाइट और लुइसियाना के 21 वर्षीय डाल्टन नॉर्मन ने पिछले साल 2 बोटनेट बनाने का दोष स्वीकार कर लिया जिसकी मदद से 'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' उपकरणों को निशाना बनाया गया।
कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी विलियम फिट्जपैट्रिक ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पारस झा ने रटगर्स यूनिवर्सिटी के कम्प्यूटर तंत्र को कई बार हैक करने का आरोप स्वीकार कर लिया। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार पारस ने नवंबर 2014 और सितंबर 2016 के बीच रटगर्स यूनिवर्सिटी के नेटवर्कों पर कई बार साइबर हमले किए।
इस अपराध में उसे अधिकतम 10 साल जेल की सजा और 2,50,000 डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। (भाषा)