सेक्रामेंटो, कैलिफोर्निया। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के भारतीय अमेरिकी सदस्य अमी बेरा के पिता, 84 वर्षीय, बाबूलाल बेरा को 28 सितंबर को एफसीआई टर्मिनल आइलैंड की लो सिक्यूरिटी प्रिजन, सैन पैड्रो, कैलिफोर्निया से रिहा कर दिया गया। इंडिया वेस्ट डॉट कॉम के अनुसार बेरा को एक साल की सुना सुनाई गई थी लेकिन उन्हें दो माह पहले ही रिहा कर दिया गया।
बेरा पर प्रचार संबंधी वित्तीय कानूनों को तोड़ने के आरोप में सजा सुनाई गई थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने अपने बेटे के चुनाव के दौरान अपने नाम से दूसरे लोगों का पैसा इस्तेमाल किया था। अमेरिकी कानून के अनुसार ऐसे लोगों को 'स्ट्रा डोनर' कहा जाता है। तमाम तरह की बीमारियों से पीडि़त बाबूलाल बेरा को तीन साल तक प्रोबेशन पर रहना पड़ेगा और इसके साथ एक लाख डॉलर का जुर्माना भी किया गया।
कोर्ट दस्तावेजों के अनुसार बाबूलाल बेरा ने अपने बेटे के चुनाव प्रचार के लिए करीब तीन लाख डॉलर दिए थे जबकि बेरा और उनकी पत्नी कांता दोनों को चुनाव के लिए प्रत्येक केवल 2400 डॉलर देने की अनुमति थी। अमी बेरा के 2010 और 2014 के कांग्रेस के चुनावों में इस प्रकार सीमा से अधिक पैसा दिया और इसमें उनके परिजनों और मित्रों ने भी योगदान किया था।
मई 2016 में, बाबूलाल बेरा संघीय प्रचार के वित्तीय कानूनों का दोबार कानून तोड़ने की बात मानी। पिछले अगस्त में उन्हें सजा सुनाई गई थी। हालांकि अमी बेरा के खिलाफ भी धोखाधड़ी की दोबारा जांच करने का आदेश दिया गया लेकिन बाद में मामला वापस ले लिया गया। जबकि कांता बेरा के खिलाफ कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया था।