भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग ने दिसंबर माह में दस लाख से भी अधिक वाहन बेचकर रिकॉर्ड कायम किया। बिक्री में यह उछाल इस बात का संकेत है कि सरकारी आर्थिक प्रोत्साहन से वाहन उद्योग को मिली उर्जा कायम है।
भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम का दावा है कि दिसंबर में देश में 68 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 10,00,500 वाहन बिके। पूर्व वर्ष यानी दिसंबर 2008 में यह संख्या 5,97,241 रही थी।
आलोच्य माह में मारुति सुजुकी, हुंदै मोटर, टाटा मोटर्स, हीरो होंडा तथा बजाज आटो सहित सभी प्रमुख कंपनियों की ब्रिकी बढ़ी।
पूरे साल 2009 की बात की जाए तो वाहनों की घरेलू ब्रिकी 16.93 प्रतिशत बढ़कर 1,13,20,918 इकाई हो गई जो 2008 में 96,82,113 इकाई रही थी।
सियाम के अध्यक्ष पवन गोयनका ने ऑटो एक्सपो में कहा कि यात्री वाहन खंड में भारत 2009 में दुनिया का तीसरा सबसे तेजी से बढ़ता बाजार रहा। उससे पहले चीन व जर्मनी का नंबर है।
वर्ष 2009 में भारत की यात्री वाहन ब्रिकी 18 प्रतिशत, चीन की 42 प्रतिशत तथा जर्मनी की 25 प्रतिशत बढ़ी। सियाम के अनुसार यात्री कारों की घरेलू ब्रिकी दिसंबर माह में 40.27 प्रतिशत बढ़कर 1,15,268 रही, जो पूर्व वर्ष में 82,174 रही थी।
आलोच्य माह में मोटरसाइकिल ब्रिकी 76.70 प्रतिशत बढ़कर 5,92,596 इकाई रही जो पूर्व वर्ष 3,35,370 इकाई थी। इस दौरान कुल दुपहिया ब्रिकी 66.60 प्रतिशत बढ़कर 7,67,796 इकाई रही।
आलोच्य माह में वाणिज्यिक वाहनों की ब्रिकी लगभग तीन गुना होकर 48,614 इकाई हो गई। (भाषा)