शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन का भोग क्या है?

WD Feature Desk
बुधवार, 9 अक्टूबर 2024 (12:12 IST)
Highligts 
ALSO READ: मां कालरात्रि माता को क्या चढ़ाएं?
 
Maa Kalratri : शारदीय नवरात्रि की देवी कालरात्रि मां दुर्गा का सप्तम रूप है। यह मां दुर्गा की सातवीं शक्ति, जिसका पूजन नवरात्रि के सात‍वें दिन किया जाता है।  जिन्हें कालरात्रि के नाम से सर्वत्र जाना जाता है। उनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। भले ही इनका रूप भयंकर है, लेकिन ये सदैव शुभ फल देने वाली माता हैं। अत: इस कालरात्रि की आराधना प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को करना चाहिए। नवरात्रि के सातवें दिन नीला रंग पहनना शुभ माना जाता है। साथ ही इनका प्रिय फूल कृष्ण-कमल है। माता को फल में चीकू पसंद है।
 
आइए यहां जान‍ते हैं नवरात्र के सातवें दिन का भोग क्या है : 
 
नवरात्र के सातवें दिन चढ़ाएं यह प्रसाद : शारदीय नवरात्रि में देवी के सातवें स्वरूप कालरात्रि माता का प्रिय भोग गुड़ है। इस माता को 7वीं नवरात्रि पर गुड़ का नैवेद्य चढ़ाकर उसे ब्राह्मण को दान देने से रोग-शोक से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में आने वाले आकस्मिक संकटों से भी मनुष्य की रक्षा होती है। अत: इस दिन गुड़ का भोग लगाकर ब्राह्मण को अवश्य दान करें। इस दिन देवी को गुड़ का भोग लगाकर उसे प्रसाद के रूप में खाना भी सेहत के लिए फायदेमंद है। इन्हें नैवेद्य में गुड़ या गुड़ की बनी मीठी चीजों का भोग लगाया जाता है, जिससे व्यक्ति हर तरह के रोगों से बचा रहता है।
 
नवरात्र के सातवें देवी की औषधि क्या है : नवरात्रि की सातवीं देवी नागदौन औषधि के रूप में जानी जाती है। नागदौन का पौधा जो कि ग्वारपाठे के समान होता हैं, यह समस्त सुख देने वाला तथा सभी तरह के विष नाशक की औषधि है। इस ग्वारपाठे के पत्ते चिकने, मोटे व दोनों धारों में कांटेयुक्त दिखाई देता है, तो नागदौन के पत्ते आकार में पतले, सूखे और तलवार के जैसे दोनों ओर से धार वाले होने के साथ-साथ बीच में से मुड़े हुए होते हैं। इस पौधे को यदि कोई अपने घर में लगा लें, तो उस घर के सारे कष्ट दूर हो जाने की भी मान्यता है। अत: यह देवी सभी प्रकार के रोगों की नाशक, सर्वत्र विजय दिलाने वाली तथा मन-मस्तिष्क के समस्त विकारों को दूर करने वाली औषधि मानी गई है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

ALSO READ: Navratri Saptami devi maa Kalratri: शारदीय नवरात्रि की सप्तमी की देवी कालरात्रि की पूजा विधि, मंत्र, आरती, कथा और शुभ मुहूर्त

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सिंधु नदी के 10 रोचक तथ्य, पाकिस्तान के सिंध प्रांत को क्या कहते थे पहले?

वास्तु के अनुसार कैसे प्राप्त कर सकते हैं नौकरी

रामायण से लेकर महाभारत तक के भगवान परशुरामजी के 8 किस्से

बाबा नीम करोली के अनुसार धन कमाने के बाद भी निर्धन रहते हैं ये लोग

अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं 3 शुभ योग, कर लें 5 उपाय, होगी धन की वर्षा

सभी देखें

धर्म संसार

Pradosh Vrat 2025: शुक्र प्रदोष व्रत आज, जानें मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और कथा

Aaj Ka Rashifal: 25 अप्रैल का दैनिक राशिफल, आज आपके जीवन में क्या बदलाव आ सकते हैं?

युद्ध के बारे में क्या कहती है महाभारत, जानिए 10 खास सबक

पहलगाम का वह मंदिर जहां माता पार्वती ने श्री गणेश को बनाया था द्वारपाल, जानिए कौन सा है ये मंदिर

25 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

अगला लेख
More