Dharma Sangrah

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(सप्तमी तिथि)
  • तिथि- वैशाख शुक्ल सप्तमी
  • शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
  • जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त- चित्रगुप्त प्रकटो.,रविपुष्य योग/भद्रा/मूल प्रारंभ
  • राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
webdunia

नवरात्रि विशेष : नहीं मिल रही हैं 9 कन्या, 9 से कम कन्याओं का कर रहे हैं पूजन तो इसे जरूर पढ़ें

Advertiesment
हमें फॉलो करें कन्या पूजन
कन्याओं की संख्या के अनुसार मिलता है लाभ, जानिए कितनी कन्या का पूजन करें 
 
नवरात्रि के शुभ दिनों में कन्या पूजन का महत्व तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कन्या की संख्या के हिसाब से भी शुभ फल मिलता है। 
 
धर्म ग्रंथों में 3 वर्ष से लेकर 9 वर्ष की कन्याएं साक्षात माता का स्वरूप मानी जाती हैं। 1 कन्या की पूजा से ऐश्वर्य, 2 की पूजा से भोग और मोक्ष, 3 की पूजा करने से अर्चना से धर्म, अर्थ एवं काम, चार की पूजा से राज्यपद, 5 कन्याओं की पूजा करने से विद्या, 6 कन्याओं की पूजा से 6 प्रकार की सिद्धि, 7 कन्याओं की पूजा से राज्य, 8 कन्याओं की पूजा से संपदा और 9 कन्याओं की पूजा से पृथ्वी के प्रभुत्व की प्राप्ति होती है। 
 
कुछ लोग नवमी के दिन भी कन्या पूजन करते हैं लेकिन अष्टमी के दिन कन्या पूजन श्रेष्ठ रहता है। कन्याओं की आयु 10 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। शास्त्रों में 2 साल की कन्या कुमारी, 3 साल की त्रिमूर्ति, 4 साल की कल्याणी, 5 साल की रोहिणी, 6 साल की कालिका, 7 साल की चंडिका, 8 साल की शांभवी, 9 साल की दुर्गा और 10 साल की कन्या सुभद्रा मानी जाती हैं। भोजन कराने के बाद कन्याओं को दक्षिणा देनी चाहिए। इस प्रकार महामाया भगवती प्रसन्न होकर मनोरथ पूर्ण करती हैं।

 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कब है नवरात्रि में महाष्टमी का पर्व? यहां जानिए