गुप्त नवरात्रि की दूसरी शक्ति हैं तारा देवी। इन्हें धन की देवी कहा जाता है। यह देवी प्रसन्न होती हैं अपनी मां का सम्मान करने से, आइए जानें विस्तार से...
गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन मां तारा देवी की पूजा होगी। यह गुप्त नवरात्रि की दूसरी शक्ति हैं। आद्य शक्ति हैं। महाविद्या हैं। महादेवी हैं। मां के अमृतमयी दूध की शक्ति हैं। तारा देवी की पूजा करने के साथ ही एक जरा सा काम आपका कार्य सिद्ध कर सकता है। यह सभी जानते हैं कि मां से बढ़कर कुछ नहीं है। सबसे बड़ी पूजा मां की सेवा।
समस्त ग्रहों की शांति भी मां की कृपा से हो जाती है। तारा देवी की कृपा पाने का सीधा और सरल उपाय है कि आप अपनी माता जी को कुछ भी भेंट दें। जो उनको अच्छा लगे, वह दें। वह खिलाएं। माता जी के लिए कोई भी उपहार आपकी किस्मत बदल सकता है। वैसे, चांदी की कोई चीज देना ज्यादा शुभ होगा।
रात्रि में, तारों की पूजा करना भी श्रेष्ठ रहेगा। लेकिन रात को दस बजे। तारा देवी धन की देवी हैं। आर्थिक उन्नति की प्रतीक हैं। इनकी पूजा से आर्थिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
तारा देवी की पूजनोपरांत लाल पुष्प चढ़ाएं और उसके बाद इस फूल को तिजोरी में लाल कपड़े में करके रख लें। श्रीवृद्धि होगी।