नवदुर्गा और नवग्रह : नवरात्रि 2020 में जानिए मां के नौ रूप और ग्रहों में संबंध

Webdunia
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का विधान है। हर रूप का अपना एक महत्व है। आइए जानते हैं मां के नौ रूप और नवग्रहों में है क्या संबंध...
 
मां शैलपुत्री करती हैं चंद्रमा को शीतल
 
- यह देवी दुर्गा के नौ रूपों में से प्रथम रूप है। मां शैलपुत्री चंद्रमा को दर्शाती हैं और इनकी पूजा से चंद्रमा से संबंधित दोष समाप्त हो जाते हैं।
 
मां ब्रह्मचारिणी हरती हैं मंगल दोष 
 
- देवी ब्रह्मचारिणी मंगल ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां चंद्रघंटा से होते हैं शुक्र अनुकूल 
 
- देवी चंद्रघंटा शुक्र ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां कूष्मांडा करती है सूर्य को प्रबल 
 
- मां कूष्माण्डा सूर्य का मार्गदर्शन करती हैं अतः इनकी पूजा से सूर्य के कुप्रभावों से बचा जा सकता है।
 
मां स्कंदमाता से बुध ग्रह होता है नियंत्रित 
 
- देवी स्कंदमाता बुध ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से बुध ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां कात्यायनी से गुरु ग्रह की बढ़ती है शुभता 
 
- देवी कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से बृहस्पति के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां कालरात्रि से कम होते हैं शनि के बुरे प्रभाव
 
- देवी कालरात्रि शनि ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से शनि के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां महागौरी राहु के दोष दूर करती हैं 
 
- देवी महागौरी राहु ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से राहु के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
 
मां सिद्धिदात्री से केतु ग्रह होता है शुभ 
 
- देवी सिद्धिदात्री केतु ग्रह को नियंत्रित करती हैं। देवी की पूजा से केतु के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
ALSO READ: शारदीय नवरात्रि पर्व : भूलकर भी न करें 13 बड़ी गलतियां, वरना नकारात्मक शक्तियां ले जाएंगी पूजा का फल

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 2025 में अब कब बन रहे हैं युद्ध के योग?

8 वर्षों तक बृहस्पति करेंगे अतिचारी गोचर, क्या होगा इन आठ वर्षों में?

क्या ग्रह नक्षत्रों के परिवर्तन से हो चुकी है तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत, इस तारीख तक मिट जाएगा पाकिस्तान

चाणक्य की इन बातों से जानें जीने की कला, अगर सीख ली तो कदमों में होगी दुनिया

राक्षसों के नाम पर रखे हैं भारत के इन शहरों के नाम, जानिए कौनसे हैं ये शहर

सभी देखें

धर्म संसार

वृषभ संक्रांति के इन उपायों से मिलेगा नौकरी में प्रमोशन और व्यापार में उन्नति

16 मई 2025 : आपका जन्मदिन

16 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

शनि मंगल का षडाष्टक योग और खप्पर योग कब तक रहेगा, 4 राशियों को रहना होगा सतर्क

गर्मी में करें ये धार्मिक उपाय, मिलेगी तपती धूप में सकारात्मक ऊर्जा और शांति

अगला लेख