Festival Posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(सप्तमी तिथि)
  • तिथि- आश्विन शुक्ल सप्तमी
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
  • जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त-भद्रा/मूल समाप्त
  • राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
webdunia

Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि के नौ दिवसीय दुर्गा पूजा के नियम और साव‍धानियां

Advertiesment
हमें फॉलो करें Navratri Dos and Donts in Hindi 2025

WD Feature Desk

, गुरुवार, 25 सितम्बर 2025 (12:50 IST)
Navratri in Hindi 2025: 22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो गया है और यह देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का महापर्व है। यह नौ दिन न केवल आध्यात्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और अनुशासन लाने का भी समय होते हैं। साल में दो बार आने वाली नवरात्रि (चैत्र और शारदीय) के दौरान भक्तगण मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा-अर्चना करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इन नौ दिनों में कुछ विशेष नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है? ALSO READ: Shardiya navratri 2025: शारदीय नवरात्रि पर कब है नवपत्रिका पूजा, तारीख, मुहूर्त और विधि
 
आइए जानते हैं कि नवरात्रि के दौरान क्या करना शुभ होता है और किन बातों से बचना चाहिए, ताकि आपकी पूजा सफल हो सके।
 
नवरात्रि के नियम: 
 
• कलश स्थापना और अखंड ज्योति: दि आप नौ दिनों का व्रत रख रहे हैं, तो नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने तथा अखंड ज्योति यानी नौ दिनों तक लगातार जलने वाला दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
 
• मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें: हर दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करना भी बहुत फलदायी माना जाता है।
 
• सात्विक भोजन का सेवन करें: इन नौ दिनों में केवल सात्विक भोजन ही करें। इसमें फल, दूध, दही, और व्रत वाले अनाज जैसे कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा और समा के चावल शामिल हैं।
 
• घर की स्वच्छता बनाए रखें: नवरात्रि के दौरान घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। सुबह-शाम स्नान करके ही पूजा करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
 
• कन्या पूजन करें: अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। 9 कन्याओं और एक बालक को भोजन कराएं, उनका आशीर्वाद लें और उन्हें अपनी सामर्थ्य अनुसार भेंट दें।
 
• फल और दान-पुण्य: नवरात्रि में दान-पुण्य करना भी बहुत शुभ माना जाता है। जरूरतमंदों को फल, अनाज या वस्त्र दान करें।
• प्याज और लहसुन का सेवन न करें: नवरात्रि के नौ दिनों में प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
 
• मांस और शराब से दूर रहें: इन दिनों मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन पूरी तरह से वर्जित है।
 
• बाल और नाखून न काटें: नवरात्रि के नौ दिनों में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। कई लोग इस दौरान दाढ़ी भी नहीं बनाते हैं।
 
• चमड़े की चीजों का इस्तेमाल न करें: चमड़े से बनी चीजों, जैसे बेल्ट, जूते, और पर्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें जानवरों की खाल से बनाया जाता है।
 
• दिन में न सोएं: व्रत रखने वाले लोगों को दिन में सोने से बचना चाहिए।
 
• अपशब्द और झगड़ों से बचें: इन पवित्र दिनों में किसी के साथ झगड़ा या वाद-विवाद न करें। मन में बुरे विचार न लाएं और अपशब्दों का प्रयोग न करें।
 
इन सरल नियमों का पालन करके आप नवरात्रि का पर्व पूरी श्रद्धा, भक्ति और पवित्रता के साथ मना सकते हैं। यह न केवल आपके आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध करेगा, बल्कि आपके मन और शरीर को भी शुद्ध करेगा।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: सप्तमी, अष्टमी और नवमी पर करें नवदुर्गा की शाबर मंत्रों से साधना, मिलेगा तुरंत फल
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि पर अष्टमी की देवी महागौरी की कथा, मंत्र और पूजा विधि