नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सीबीआई ने जासूसी मामले में गुरुवार को सिसोदिया के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। सिसोदिया इस समय आबकारी घोटाले के चलते इस समय राजधानी की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सिसोदिया को 17 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेजा गया था। ईडी ने तिहाड़ जेल में कई घंटे की पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच कर रही है।
इस मामले में ईडी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति में बदलाव दक्षिण भारत के एक समूह को फायदा पहुंचाने के लिए किया था। इस मामले में ईडी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को भी आरोपी बनाया है।
क्या है जासूसी मामला : जिस समय मनीष सिसोदिया दिल्ली के डिप्टी सीएम थे, उस समय दिल्ली सरकार का विजिलेंस डिपार्टमेंट भी उनके ही पास था। सरकार द्वारा 2015 में फीड बैक यूनिट (FBU) का गठन किया गया था। इस यूनिट ने 20 अधिकारियों के साथ काम की शुरुआत की।
आरोप है कि इस फीड बैक यूनिट ने फरवरी से सितंबर 2016 तक राजनीतिक विरोधियों की जासूसी की थी। भाजपा नेताओं के साथ आम आदमी पार्टी के नेताओं पर नजर रखने का आरोप भी इस यूनिट पर है।