अयोध्या। अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने आ रहे हैं। इसके पूर्व शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ पहुंचे अयोध्या और सम्पूर्ण व्यवस्था का जायजा लिया।
अयोध्या पहुंचे सीएम योगी सबसे पहले राम जन्मभूमि पहुंचे और अस्थायी मंदिर में विराजमान तीनों भाइयों सहित श्रीराम और माता जानकी का आसन बदला व विधिवत पूजन-अर्चन करने के बाद भूमि पूजन स्थल
का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने हनुमान गढ़ी जाकर दर्शन किए और संतों से मुलाकात की।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में मुख्यमंत्री ने राम लला के दर्शन किए और आरती की। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र भी मौजूद थे। योगी ने संत-महंतों के साथ बैठक में चर्चा की कि कैसे भूमि पूजन समारोह को दिव्य और भव्य बनाया जाए।
राम जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य 5 अगस्त से प्रारंभ कर दिया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी काशी के प्रमुख विद्वानों के साथ पूजन-अर्चन कर मंदिर निर्माण की आधारशिला रखेंगे। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े 200 लोगों का सोशल डिस्टेंस के साथ भूमिपूजन के आयोजन में शामिल होना
लगभग तय है। बताया जा रहा है कि शिलान्यास समारोह में मंदिर आंदोलन से जुड़े पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा सहित तमाम नेताओं और साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है।
मनाया जाए भव्य दीपोत्सव : योगी आदित्यनाथ ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों व अयोध्या के साधू-संतों के साथ कार्यक्रम को लेकर बैठक भी की।
इसमें उन्होंने कहा की 5 अगस्त का दिन सभी राम भक्तों के लिए सबसे बड़ा दिन हैं जिस दिन हमारे परम आराध्य श्रीराम के भव्य दिव्य जन्मभूमि के निर्माण की आधार शिला देश के प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस दिन सभी राम भक्तों के अपने घरों पर जलाने चाहिए और दीपावली-सी जगमगाहट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 4 व 5 अगस्त को भव्य दीपोत्सव मनाया जाए।