उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिस तरह हिन्दू चेहरे के रूप में पेश किया जा रहा है, उससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि भविष्य में योगी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराधिकारी हो सकते हैं। यूपी से बाहर योगी की सक्रियता तो इसी ओर इशारा करती है। गुजरात विधानसभा चुनाव में भी योगी ने अहम भूमिका निभाई थी और अब वे कर्नाटक में भी सक्रियता दिखा रहे हैं।
वेबदुनिया सर्वे 2017 में भी कुछ इसी तरह के परिणाम सामने आए हैं। मोदी (86.21%) भले ही भारत के लोकप्रिय राजनेता की दौड़ में सबसे आगे रहे हों, लेकिन योगी आदित्यनाथ (5.81%) अपनी ही पार्टी के दिग्गज अमित शाह, राजनाथसिंह, सुषमा स्वराज और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पीछे छोड़ते हुए इस सूची में दूसरे स्थान पर रहे।
चूंकि हिन्दी भाषियों का देश में एक बड़ा वर्ग है, अत: इस संकेत को समझा जा सकता है। हालांकि समग्र रूप से देखें तो इस सूची में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (6.9%) दूसरे स्थान पर रहे। हिन्दी की तुलना में दक्षिण भारतीय भाषा में राहुल गांधी को ज्यादा पसंद किया गया।
इस सूची में नीतीश कुमार, शिवराजसिंह चौहान, जनरल बिपिन रावत, अरुण जेटली आदि शामिल थे। जीएसटी लागू करने में अहम भूमिका निभाने वाले भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली को लोगों को खास तवज्जो नहीं दी। सबसे कम लोगों ने जेटली को पसंद किया।
सुषमा स्वराज का जोड़ नहीं : भारत की चर्चित महिलाओं में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एकतरफ समर्थन मिला। सुषमा हिन्दी में 63.44% वोटों के साथ शीर्ष पर रहीं। उनके आसपास दूसरी अन्य कोई महिला दिखाई नहीं दी। हाल ही में मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी छिल्लर (10.64%) दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि दीपिका पादुकोण तीसरे, स्मृति ईरानी चौथे और महिला क्रिकेटर मिताली राज पांचवें स्थान पर रहीं।