नई दिल्ली। भारत दौरे से पहले सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फाउरे ने कहा है कि उनके देश में एजम्पशन द्वीप पर नई दिल्ली के साथ संयुक्त रूप से नौसेना का अड्डा बनाने के काम पर आगे नहीं बढ़ा जाएगा।
प्रायद्वीप पर नौसेना का अड्डा बनाने के लिए भारत के साथ 2015 में हुए करार को लेकर सेशेल्स में राजनीतिक विरोध बढ़ता जा रहा है। इस नौसैनिक अड्डे के बनने से भारत को हिंद महासागर में रणनीतिक फायदा मिलता।
सरकार के सूत्रों ने कहा कि फाउरे यहां 26 जून को दौरे पर आएंगे जिस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
फाउरे ने चार जून को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि सेशेल्स खुद ही द्वीप पर सैन्य सुविधाओं को विकसित करेगा और भारत के साथ परियोजना पर आगे नहीं बढ़ेंगे। विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की है।
भारत एजम्पशन द्वीप पर नौसेनिक अड्डे के विस्तार को लेकर इच्छुक है ताकि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत कर सके जहां चीन अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेशेल्स दौरे में एजम्पशन द्वीप को लेकर पहली बार समझौता हुआ था। (भाषा)