S Jaishanker in USA : विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों 9 दिवसीय अमेरिका दौरे पर है। यहां उन्होंने राजीव गांधी के 1985 और मनमोहन सिंह के 2005 के अमेरिकी दौरे को याद किया।
जयशंकर ने वॉशिंगटन में कहा कि कि लोग 1985 में राजीव गांधी की अमेरिकी यात्रा को याद करते हैं। उस समय में मैं अमेरिका में था। 2005 में जब मनमोहन सिंह का दौरा हुआ था तब भी मैं अमेरिका में मौजूद था। लोग पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा को भी याद करते हैं। लेकिन ये अलग था।
उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछेंगे कि क्या बदला है तो मैं कहूंगा कि पहले हम अमेरिका से सौदा किया करते थे लेकिन अब दोनों देश मिल कर काम करते हैं।
एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के संबंध अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार उन्हें एक अलग स्तर तक लेकर जाएगी। ये द्विपक्षीय संबंध चंद्रयान की तरह चांद पर और उससे भी परे पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि जी20 की सफलता अमेरिका के सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहा कि जब चीजें अच्छी होती हैं, तो हमेशा मेजबान को इसका श्रेय मिलता है। यह उचित भी है, लेकिन यदि जी20 के सभी सदस्य देश इस आयोजन की सफलता के लिए काम नहीं करते, तो यह संभव नहीं था।
Edited by : Nrapendra Gupta