नरेंंद्र मोदी पर अचानक क्यों हमलावर हुए अरविंद केजरीवाल?

विकास सिंह
शुक्रवार, 31 मार्च 2023 (11:30 IST)
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार खिलाफ आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। अरविंद केजरीवाल जो अपने मंचों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा अटैक करने  से बचते नजर आते थे और अपने भाषणों में मोदी के नाम का जिक्र तक नहीं करते थे वह केजरीवाल अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले कर रहे है। अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी को देश के इतिहास का सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री और अनपढ़ प्रधानमंत्री बताकर तीखे हमले किए है। वहीं गुरुवार से अरिवंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने पूरे देश में मोदी हटाओ-देश बचाओ कैंपेन की शुरुआत कर दी है। 11 भाषाओं में शुरु किए गए इस कैंपेन के जरिए पार्टी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रही है।

ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर अचानक से अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्यों हमलावर हो गए है?

2024 में मोदी के खिलाफ चेहरा बनने की कवायद-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हर नए दिन के साथ मुखर होते जा रहे अरविंद केजरीवाल 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी के सामने खुद को एक चेहरे के रूप में स्थापित करने की कोशिश में जुटे हुए है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह कहते हैं कि 2024 की लड़ाई मोदी बनाम केजरीवाल होगी।

दरअसल भाजपा के गढ़ गुजरात में विधानसभा चुनाव में 13 फीसदी वोट शेयर हासिल करने के साथ 5 सीटों पर जीत हासिल कर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मोदी के चेहरे को चुनौती देने की तैयारी कर रहे है। आम आदमी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल के विपक्ष का चेहरा बनने की कोशिश कर रही है और मोदी सरकार के खिलाफ एक के बाद एक अभियान का आगाज कर रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के साथ अरविंद केजीरवाल अब भारत के विकास का विजन रखने लगे है औऱ ‘मेक इंडिया नंबर-1’ मिशन का आगाज कर चुके है। वहीं अब पार्टी ने मोदी हटाओ-देश बचाओ अभियान का आगाज कर दिया है। नरेंद्र मोदी को सीधी चुनौती दे रहे अरविंद केजरीवाल का दिल्ली विधानसभा में दिया गया यह बयान कि “कल को हो सकता है कि दिल्ली में हमारी सरकार हो” से आने वाले समय में आम आदमी पार्टी की राजनीति के रोडमैप को आसानी से समझा जा सकता है।    
 

कांग्रेस का कमजोर होना,AAP के लिए मौका-10 साल में क्षेत्रीय पार्टी से राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने वाली आम आदमी पार्टी के सियासी उदय का सबसे बड़ा कारण देश की मुख्य विपक्षी दल और सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का कमजोर होना है। दिल्ली और पंजाब वह राज्य है जहां आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर अपनी सरकार बनाई है।

ऐसे में जब मानहानि केस में सूरत कोर्ट से 2 साल की सजा पाने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई है और राहुल पर 8 साल के लिए चुनावी पॉलिटिक्स से दूर होने की तलवार लटक रही है ऐसे में अरविंद केजरीवाल खुद को 2024 की लड़ाई में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत दावेदार के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की संसद सदस्यता और अडानी के मुद्दे के सहारे एक बार फिर अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुट गई है ऐसे में आम आदमी पार्टी को भी अपनी लड़ाई तेज करनी पड़ी है।

अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए ठीक एक साल का वक्त शेष बचा है। तब विपक्षी दलों में खेमाबंदी भी अब तेज हो गई है। 2024 में नरेंद्र मोदी के चेहरे और भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के साथ अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हुंकार भरना शुरु कर दिया है।

मोदी पर निशाना, चुनावी राज्यों पर निगाहें- अरविंद केजरीवाल के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अचानक से क्यों हमलावर हो गए है इसको समझने के लिए आम आदमी पार्टी की उस राजनीति को भी समझना होगा जिसके तहत वह राज्यों में अपने विस्तार में जुटी हुई है। दरअसल गुजरात में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद अब आम आदमी पार्टी की निगाहें अब उन राज्यों पर टिक गई है जहां इस साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे है।

साल के अंत में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है। यह वह राज्य है जहां पर अब तक भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला होता आया है। विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी अपनी जमीन तैयार करने के साथ कुछ विधानसभा सीटों पर उलटफेर करने के सुनहरे मौके के रूप में देख रही है।

इन तीनों ही राज्यों में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव में उतरेगी ऐसे में अरविंद केजरीवाल सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर एक तीर से कई निशाने साध रहे है। मध्यप्रदेश जहां साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है औऱ भाजपा सत्ता में काबिज है, वहां पर अरविंद केजरीवाल ने सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है और खुद अरिवंद केजरीवाल खुद पूरी चुनाव कमान अपने हाथों में संभाल रहे है। पिछले दिनों भोपाल में एक बड़ी रैली कर अरविंद केजरीवाल ने राज्य में चुनावी प्रचार का शंखनाद भी कर दिया है।

मध्यप्रदेश में पार्टी के “मोदी हटाओ-देश बचाओ” कैंपेन की शुरुआत करने वाली पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल  पूरे अभियान को आजादी की लड़ाई से जोड़ते हुए कहती हैं कि जिस तरह आजादी की लड़ाई में पोस्टर लगाने वालों पर कार्रवाई होती थी ठीक वैसा ही आज मोदी सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तानाशाह वाली सरकार ने पोस्टर लगाने वालों और देश के सबसे ईमानदारी मंत्री मनीष सिसौदिया को जेल भेज दिया। इसलिए पार्टी ने अब देश के साथ मध्यप्रदेश में मोदी हटाओ-देश बचाओ अभियान की शुरुआत की है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

ISI एजेंट से अंतरंग संबंध, पाकिस्तान में पार्टी, क्या हवाला में भी शामिल थी गद्दार Jyoti Malhotra, लैपटॉप और मोबाइल से चौंकाने वाले खुलासे

विवादित टिप्पणी को लेकर चिराग पासवान का बड़ा बयान, बोले- मंत्री विजय शाह अगर मेरी पार्टी में होते तो उन्हें...

Mahindra XEV 9e और BYD Atto की अटकी सांसें, 3 जून को होगी लॉन्च हो रही है Tata Harrier EV

गुजरात के मंत्री बच्चूभाई का एक और बेटा गिरफ्तार, 71 करोड़ के मनरेगा घोटाले में पुलिस का एक्शन

साल 2024 में 12000 करोड़ रुपए का यातायात जुर्माना, 9000 करोड़ का नहीं हुआ भुगतान, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

अगला लेख