Savitri Jindal of OP Jindal Group: बिजनेस और राजनीति में बराबर का दखल रखने वालीं 83 साल की उद्योगपति सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) ने कमाई के मामले में दिग्गज उद्योगपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी को पीछे छोड़ दिया। ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री भारत की सबसे अमीर महिला और देश की 5वीं सबसे अमीर व्यक्ति हैं। दरअसल, सावित्री की दौलत एक वर्ष में 9.6 बिलियन डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 7 खरब 98 अरब 52 करोड़ 32 लाख) बढ़ गई।
सावित्री जिंदल ने अपने पति ओपी जिंदल के निधन के बाद कंपनी की बागडोर संभाली थी। ओपी जिंदल ने ही कंपनी की स्थापना की थी। उनका एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था। जब वे हरियाणा की कांग्रेस सरकार में मंत्री भी थे। सावित्री जिंदल के बेटे सज्जन जिंदल पर हाल ही में एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप भी लगाया था। नवीन जिंदल भी उनके बेटे हैं।
एक वर्ष में 9.6 बिलियन डॉलर बढ़ी दौलत : ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक सावित्री की दौलत एक वर्ष में लगभग 9.6 बिलियन डॉलर तक बढ़ गई। अब उनकी कुल दौलत 25 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई है। इसके बाद वे इस साल सबसे 5 रईसों में शामिल हो गईं।
उन्होंने विप्रो के अजीम प्रेमजी को भी पीछे छोड़ दिया। इस अवधि में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी की संपत्ति 5 बिलियन डॉलर बढ़ी, जबकि अडाणी ग्रुप के मुखिया गौतम अडाणी की संपत्ति 35.4 बिलियन डॉलर तक घट गई।
राजनीति में भी दखल : सावित्री जिंदल राजनीति में भी दखल रखती हैं। वे कांग्रेस की सदस्य हैं। तिनसुकिया (असम) में 20 मार्च, 1940 को जन्मीं सावित्री ने 2005 में पति की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद राजनीति में कदम रखा। 2005 में वे हिसार विधानसभा से विधायक बनीं। 2009 में वे फिर इसी सीट से निर्वाचित हुईं एवं उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। हालांकि 2014 का विधानसभा चुनाव सावित्री हार गईं। उन्हें कई सम्मान भी प्राप्त हुए हैं।