Narayan Sakar Vishwa Hari alias Bhole Baba: उत्तर प्रदेश में हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ क्षेत्र में नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि भोले बाबा के यूपी, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। इस सत्संग में यूपी के अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से भी अनुयायी पहुंचे थे।
भोले बाबा कोरोना काल में भी भीड़ जुटाने के चलते सुर्खियों में आए थे। सत्संग के दौरान इनकी पत्नी भी इनके साथ रहती हैं। दावा है कि बाबा आईबी में काम कर चुके हैं और 26 साल पहले नौकरी छोड़कर सत्संग करने लगे थे। भोले बाबा एटा के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। इस सत्संग में हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। बताया जा रहा है कि बाबा ने सत्संग की अनुमति ली थी, लेकिन 50 हजार से ज्यादा अनुयायी सत्संग के लिए पहुंच गए।
दो साल पहले भी जब देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस समय यूपी के ही फर्रुखाबाद में मई, 2022 में बाबा के सत्संग का आयोजन किया गया था। तब जिला प्रशासन ने 50 लोगों को सत्संग में शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन उस समय भी 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंच गए थे। जिला प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
स्टाइलिश बाबा : नारायण हरि कोई भगवाधारी बाबा नहीं है। वह सूट पहनते हैं, महंगी घड़ी पहनते हैं। उनके इंस्टाग्राम पेज पर जाकर देखें तो बाबा अलग-अलग स्टाइल के कपड़ों में नजर आते हैं। सत्संग में उनकी पत्नी भी उनके साथ बैठती हैं। फेसबुक पर उनके फोटो के साथ एक पोस्टर लगा है, जिसमें लिखा है- परमात्मा कहते हैं कि तुम मेरे लिए वक्त निकालो, मैं तुम्हारे जीवन से बुरा वक्त निकाल दूंगा। अब उन 100 से ज्यादा लोगों के परिजनों से पूछिए जिन्होंने अपनों को खोया है। अच्छा वक्त तो दूर की बात है, उनके लिए बुरे से भी बुरा वक्त शुरू हो गया।
चारों ओर मौत का मातम : इस हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में 5-6 शवों के बीच बुरी तरह रोते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में एक अन्य वाहन में एक महिला और एक पुरुष अचेत अवस्था में लेटे नजर आए। प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। परिवार के साथ जयपुर से आई एक महिला ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने दुख व्यक्त किया : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भगदड़ की घटना में लोगों की हुई मौत को हृदय विदारक बताया। उन्होंने कहा- मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड मचने की घटना में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala