जम्मू कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को एक आतंकी आरिफ अहमद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से परफ्यूम बम बरामद किया है। इसे परफ्यूम आईईडी के रूप में भी जाना जाता है। 21 जनवरी को नरवाल धमाके में आरिफ ने परफ्यूम IED का इस्तेमाल किया था। इस हमले में 9 लोग घायल हुए थे। आरिफ को पुलिस ने इस हमले के संबंध में ही गिरफ्तार किया है। यह पहला मामला है जब देश में इस तरह का बम बरामद किया गया है।
क्या होता है परफ्यूम IED? : परफ्यूम आईईडी का पूरा नाम परफ्यूम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस है। इसे तैयार करने के लिए परफ्यूम की बोतल का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें धमाका करने वाले विस्फोटक डिवाइस को रखा जाता है। इस बम को बेहद खतरनाक माना जाता है।
कैसे काम करता है यह बम : परफ्यूम में धमाका करने वाली एक्सप्लोसिव डिवाइस को ऐसे फिट किया जाता है कि उसका ढक्कन दबाते या खोलते ही उसमें विस्फोट हो जाए। इसकी मारक क्षमता इस बात पर तय करती है कि उसमें किस तरह के IED का इस्तेमाल कितनी मात्रा में किया गया है?
आतंकी क्यों इस्तेमाल करते हैं इस तरह के बम : आमतौर पर दिखने वाले बम या दूसरे एक्सप्लोसिव को आसानी से पहचान लिया जाता है। जबकि बाहर से परफ्यूम की बोतल दिखने के कारण इस बम की पहचान आसान नहीं होती। इसी वजह से आतंकी परफ्यूम बम, टिफिन बम आदि बमों का इस्तेमाल करते हैं। नरवाल धमाके में भी आतंकियों ने इसी बम का इस्तेमाल किया था।
क्या कहते हैं पुलिस महानिदेशक : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के मुताबिक, उन्होंने अभी तक IED, स्टिकी बम और टाइमर लगे IED देखे थे लेकिन आरिफ के पास से एक नए प्रकार का आईईडी बम बरामद किया गया जो परफ्यूम आईईडी है। यह आईईडी एक बोतल के रूप में है और एक परफ्यूम की बोतल की तरह लगता है, लेकिन इसमें विस्फोटक सामग्री है। फिलहाल पुलिस इस परफ्यूम बम की ताकत को जांचने में जुटी हुई है।